देहरादून : उत्तराखंड विधानसभा का एक दिवसीय विशेष सत्र शुरू हुआ। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस ने नियम 310 के तहत पुरानी पेंशन बहाली को लेकर चर्चा की मांग। उसके बाद प्रीतम सिंह ने एनसीसी एकेडमी शिफ्टिंग मामले को उठाया। इस मामले को लेकर सदन के भीतर सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों के बीच जमकर हंगामा हुआ लेकिन देवप्रयाग विधायक सदन में मौन बैठे रहे.
प्रीतम ने उठाया एनसीसी एकेडमी शिफ्टिंग का मामला
दरअसल प्रीतम सिंह ने नियम 58 के तहत देवप्रयाग विधानसभा से एनसीसी एकेडमी शिफ्टिंग का मामला उठाया औऱ कहा कि सरकार के साथ देवप्रयाग विधानसभा के अंतर्गत एनसीसी एकेडमी खोले जाने को लेकर कई पत्राचार हुए जो इस बात का सबूत है कि देवप्रयाग में एनसीसी एकेडमी खोले जाने की घोषणा हुई. प्रीतम सिंह ने कहा कि जिला अधिकारी के पत्र का भी प्रीतम सिंह ने हवाला दिया औऱ कहा कि ज़िला अधिकारी ने देवप्रयाग विधानसभा में एनसीसी एकेडमी की चिन्हित भूमि पर चीड़ के पेड़ कटान मुस्किलात का हवाला दिया था। प्रीतम ने सरकार को घेरते हुए प्रीतम ने श्रीकोट माल्डा के ग्रामीण के द्वारा 200 नाली जमीन एनसीसी एकेडमी को दान के पत्र का भी हवाला दिया. आगे प्रीतम ने कहा कि देवप्रयाग के विधायक एक तरफ विधानसभा में शासनादेश का सवाल पूछते हैं तो दूसरी तरफ मुख्यमंत्री को देवप्रयाग विधायक पत्र लिखते हैं कि उनकी विधानसभा एनसीसी एकेडमी स्वीकृत हुई है।
मदन कौशिक ने दिया जवाब, कहा-भागती रही पूर्व सरकार
एनसीसी एकेडमी शिफ्ट किये जाने पर प्रीतम सिंह के सवाल पर संसदीय कार्यमंत्री मदन कौशिक ने जवाब दिया. मदन कौशिक ने कहा कि पूर्व सरकार ने बिना जमीन नाम किये एनसीसी एकेडमी का शिलान्यास किया जो कि गलत. कहा कि मंत्री प्रसाद नैथानी 3 साल तक मंत्री रहते जमीन को एनसीसी के नाम नहीं करा पाएं। 3 साल तक पूर्व की सरकार जमीन एनसीसी एकेडमी के नाम कराने के लिए भागती रही और आज विपक्ष जितना गम्भीर एनसीसी एकेडमी देवप्रयाग में खोले जाने को लेकर है उतना गम्भीर तब सत्ता में रहते हुए हुआ होता तो एकेडमी वहीं बनती।
एनसीसी एकेडमी खोले जाने का जीओ सदन में दिखाए-मदन कौशिक
मदन कौशिक ने कहा कि हमारी सरकार भी चाहती थी कि एकेडमी देवप्रयाग में बने। ग्रामीणों के द्वारा रोजगार की मांग को लेकर एनसीसी को ठुकरा दिया था। कहा कि विपक्ष एनसीसी एकेडमी खोले जाने का जीओ सदन में दिखाए। मदन कौशिक ने कहा कि देवप्रयाग में एनसीसी एकेडमी खोले जाने को लेकर तब अड़चने पैदा हुई जब सरकार ने प्रदेश हित में निर्णय लिया कि एनसीसी एकेडमी उत्तराखंड से बाहर न जाये और इसे कही और बनाया जाए।