पौड़ी। चारों तरफ से नदियों से घिरे उत्तराखंड में पेयजल संकट और पेयजल किल्लत जैसे शब्द अचम्भित करते हैं। समूचे राज्य समेत कई इलाकों में पानी के संकट से लोग जूझ रहे हैं। गर्मी शुरु होने के साथ इन इलाकों में पेयजल की समस्या कुछ ज्यादा ही बढ़ जाती है। पौड़ी जिले के कई इलाकों में पानी के लिए हाहाकार मचा है। दुगड्डा, यमकेश्वर और नैनीडांडा ब्लॉक में दस पेयजल योजनाओं के ठप होने से 26 गांवों के लोग बूंद बूंद के लिए तरस रहे हैं। पर्याप्त पानी न मिलने के कारण लोग ज्यादा परेशान हैं। जल संस्थान के पानी के टैंकर भी लोगों की प्यास बुझाने में नाकाफी साबित हो रहे हैं इससे लोगों की परेशानियां और ज्यादा बढ़ गई हैं।
इन गांवों में है पेयजल संकट
हल्दूखाल, मेरवाड़ी, सिमली, भैड़गांव, पोखरी, भड़ेत, पोखरखाल, देवियोंखाल गांव, देवियोखाल बाजार, मुजरा, दमराड़ा, बिथ्याणी, चुंडई, नैनीडांडा, बिथ्याणॉ, पोखरी, पोखरीडांडा, भडे़त, तूनखाल, मागथा, भृगुखाल, काण्डी, ठांगर, पंचूर, डांडांदमराडा, चाई दमराड़ा में लोग पानी के लिए भटक रहे हैं।
समय पर नहीं पहुंच रहे टैंकर
पानी की समस्या से दो चार हो रहे लोगों का आरोप है कि एक तो पानी की किल्लत ने उन्हें परेशान किया हुआ है दूसरी तरफ पानी उपल्बध कराने के लिए जल संस्थान के टैंकर भी समय पर नहीं पहुंच रहे है। लोगों का आरोप है कि जल संस्थान के टैंकर पानी उपलब्ध कराने के नाम पर महज़ खानापूर्ति कर रहे हैए इससे लोग पानी को कई कई किमी दूर से ढोहकर लाने को मजबूर हैं।