संवाददाता- यमुनोत्री विधानसभा सीट पर पहले आम चुनाव 2002 से लेकर 2012 के विधानसभा चुनाव में यूकेडी का बोलबाला रहा। यूकेडी के टिकट से प्रीतम पंवार दो बार यमुनोत्री क्षेत्र का विधासभा में प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। 2002 और 2012 में प्रीतम पंवार ने कांग्रेस के दावेदार केदार सिंह रावत को हराया है।
भाजपा यमुनोत्री सीट पर तीनों बार तीसरे नंबर पर रही और हर बार भाजपा ने अलग-अलग चेहरों पर दांव खेला। तीन बार हुए चुनाव में भाजपा ने दो बार महिलाओं को कमल फूल खिलाने की जिम्मेदारी दी लेकिन महिलाएं कमल खिलाने का कमाल न कर सकी। हालाकिं तीसरी बार यानि 2012 में भाजपा ने जगवीर सिंह को टिकट दिया लेकिन जगवीर भी तीसरे नंबर से ऊपर न आ सके।
हालांकि 2012 के विधानसभा चुनाव नए परिसीमन के आधार पर हुआ था और क्रम संख्या के हिसाब से पिछले दो चुनाव में तीन नंबर वाली यमुनोत्री को दूसरा क्रमांक मिला था।
2017 के चुनाव मे क्या होगा इस पर सबकी नजर है दरअसल प्रीतम पंवार यमुनोत्री को अलविदा कह कर धनोल्टी सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके हैं। जबकि केदार रावत की निष्ठाओं के डोलने की खबरें लगातार सियासी फिजां में उड़ रही हैं। बहरहाल अब तक के नतीजों से ये साबित हुआ है कि यमुनोत्री का मिजाज कमल के लिए मुफीद साबित नहीं हुआ।
उम्मीदवार का नाम | 2002, प्राप्त वोट | 2007, प्राप्त वोट | 2012, प्राप्त वोट | |
यूकेडी | प्रीतम पंवार | 9498 | 11156 | 15909 |
कांग्रेस | केदार सिंह रावत | 7013 | 14484 | 13313 |
भाजपा | सुलोचना देवी | 5584 | 6245
(विमला देवी) |
11961 (जगवीर सिंह भंडारी) |
परिणाम | प्रीतम पंवार,2485 मतों से जीते | केदार रावत,3328 मतों जीते | प्रीतम पंवार,2596 मतों से जीते |