देश में लोकसभा चुनावों (Loksabha Election 2024) की तैयारियां तेज हो गई हैं। देश की जनता का मत तय करेगा कि अगले 5 साल के लिए देश में कौन सत्ता पर काबिज होगा। कहा जाता है कि भारत में वोटर्स की संख्या दुनियाभर में ज्यादा है। लेकिन कितने? इसकी जानकारी हर चुनाव से पहले इलेक्शन कमीशन देता है। इस बार भी चुनाव आयोग ने सभी 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों के वोटर्स से जुड़ी स्पेशल जानकारी साक्षा की है। आइये जानते हैं देश में कितने महिला मतदाता और पुरुष मतादाता है। पहली बार कितने लोग अपना सांसद चुनेंगे और अन्य वोटरों के आंकड़े क्या हैं?
इस बार 6 फीसदी नए वोटर्स
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक 2024 के लोकसभा चुनाव में सरकार बनाने का फैसला करने का मताधिकार 96 करोड़ से ज्यादा लोगों के पास है। आंकड़ो के मुताबिक इस बार 6 फीसदी नए वोटर्स हैं। चुनाव आयोग के मुताबिक इस तरह से विश्व में सबसे बड़ा मतदाता वर्ग हमारे देश में है। 2019 में यह आंकड़ा 89.6 करोड़ था।
पुरुषों से ज्यादा हैं महिला वोटर्स
एसएसआर 2024 के मुताबिक 2.63 करोड़ नए मतादाताओं ने पंजीकरण कराया है। जिसमें महिलाओं की हिस्सेदारी ज्यादा है। जबकि इनमें पुरुष मतदाताओं की हिस्सेदारी सिर्फ 1.22 करोड़ ही है। जबकि 48,044 तीसरे लिंग वर्ग के मतदाता है। देश की कुल आबादी का 66.76 फीसदी युवा है। यानी वोट देने वाले बालिग लोग है। वोटर्स का लैंगिक अनुपात भी 2023 में 940 था, जो इस साल 2024 में बढ़कर 948 हो गया है। यानी हजार पुरुषों के मुकाबले 948 महिला वोटर हैं। वहीं साल 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान लैंगिक अनुपात 928 था।
बुजुर्ग मतदाताओं की संख्या
आयोग के आंकड़ों के मुताबिक 80 साल से ऊपर के 1 करोड़ 85 लाख 92 बजार 918 मतदाता हैं। 100 साल से ऊपर की उम्र वाले भी दो लाख 38 हजार 791 लोग हैं। आंकड़ों के मुताबिक दिव्यांगों की भागीदारी 88.35 लाख हुई है। आयोग की तरफ से जुटाए गए आंकड़ों के मुताबिक एक करोड़ 65 लाख 76 हजार 654 मतदाताओं के नाम या तो सूची से हटाए गए हैं या स्थानांतरित यानी ट्रांसफर किए गए हैं।