देहरादून : लोकसभा सांसद राजीव प्रताप रुडी व सदस्य प्राक्कलन समिति परिवहन संस्कृति एवं पर्यटन ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत को पत्र लिखते हुए डीआईजी अरूण मोहन जोशी की तारीफ की और प्रंशसा पत्र प्रेषित किया। सांसद ने मसूरी देहरादून मार्ग के एक घटना का जिक्र करते हुए सीएम को डीआईजी समेत उनकी टीम की सराहना की। जिसमें उनके द्वारा उनके परिचित नीरज त्यागी व उनके परिजनों के साथ 4 जुलाई को मसूरी देहरादून रुट पर हुई दुर्घटना का उल्लेख करते हुए डीआईजी और एसएसपी देहरादून के नेतृत्व में दून पुलिस द्वारा तुरंत कार्यवाही की सराहना करते हुये आभार व्यक्त किया। लोकसभा सांसद ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को पत्र लिखते हुए बताया कि उन्होंने बीते अगस्त को एक घटना की सूचना डीआईजी अरूण मोहन जोशी को दी गई जिसमें सूचना मिलने के बाद डीआईजी द्वारा पूरी रात स्वयं रेस्क्यू टीमों का नेतृत्व करते हुये सघन तलाशी अभियान चलाया गया और निरन्तर उनसे व लापता व्यक्तियों के परिजनों के साथ संवाद कायम रखते हुये पुलिस द्वारा की जा रही कार्यवाही से अवगत कराया गया जिसकी सासंद द्वारा प्रशंसा की गयी है। पुलिस द्वारा लगभग 15 घण्टे तक चलाये गये तलाशी एवं रेस्क्यू अभियान के दौरान उक्त सड़क दुर्घटना में दो व्यक्तियों को सकुशल रेस्क्यू किया गया।
सांसद ने बताया गया कि पिछले दो दशक से वे राष्ट्रीय पुलिस अकादमी हैदराबाद की फैकल्टी के सदस्य हैं और प्रत्येक वर्ष Police-Politics Interface पर लैक्चर देने हैदराबाद जाते हैं। दून पुलिस द्वारा डीआईजी और देहरादून एसएसपी के नेतृत्व में जिस तरह पूरी लगन व आत्मीयता से रेस्क्यू अभियान का संचालन किया वो काबिले तारीफ है। पुलिस की इस कार्यशैली का उनके द्वारा जीवन में प्रथम बार अनुभव किया गया और वे दून पुलिस के साथ अपने इस अनुभव को राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में प्रशिक्षणाधीन प्रशिक्षुओं के मध्य एक वास्तविक केस स्टडी के तौर पर प्रस्तुत करेगें जिससे अकादमी से प्रशिक्षण प्राप्त कर देश के विभिन्न राज्यों में जाने वाले अधिकारी इसे एक उदाहरण के तौर पर पेश करते हुये अपने अधीनस्थों को इसी आत्मीयता से अपने कर्तव्यों का पालन करने हेतु प्रेरित कर सकें।
ये है मामला
4 जुलाई की रात डीआईजी और देहरादून एसएसपी अरूण मोहन जोशी को फोन कर सूचना मिली कि नीरज कुमार त्यागी व उनके परिजन रात समय करीब 10 बजे मसूरी से देहरादून के लिये अपने निजी वाहन से निकले थे, जो लगभग 04 घण्टे का समय बिताने के बाद देहरादून नहीं पहुँचे हैं।इस सूचना डीआईजी ने तुरंत थाना राजपुर व मसूरी में रेस्क्यू टीम गठित कर उक्त टीम को मसूरी देहरादून मार्ग पर तलाशी अभियान के लिए भेजा चलाये जाने के लिए निर्देशित किया गया। साथ ही एसओजी की टीम को गुमशुदा व्यक्तियों के फोन नम्बरों की लोकेशन की जानकारी प्राप्त करने के निर्देश दिये गये। पुलिस टीम ने पूरी रात मसूरी देहरादून मार्ग पर सघन तलाशी अभियान चलाया गया जिसके फलस्वरुप 5 जुलाई की सुबह किमाडी (मसूरी-देहरादून मार्ग) के पास गहरी खाई में पुलिस टीम को एक दुर्घटनाग्रस्त वाहन दिखायी दिया, जिस पर पुलिस टीम द्वारा तत्काल एसडीआरएफ के साथ संयुक्त रेस्क्यू अभियान चलाते हुये दुर्घटना में घायल दो व्यक्तियों अरुषि त्यागी तथा वाहन चालक अशोक को रेस्क्यू किया गया। उक्त दुर्घटना में वाहन सवार दो अन्य व्यक्तियों नीरज त्यागी तथा उनकी पत्नी शगुन त्यागी की मृत्यु हो गयी थी ।