चेन्नई से खास तरीके से लाए गए थे
पिछले साल अक्टूबर में देहरादून चिडि़याघर में दो आस्ट्रिच चेन्नई से स्पेशल डिमांड में लाए गए थे। । दोनों को यहां तक लाने के लिए खासी मशक्कत भी जू प्रशासन को करनी पड़ी थी।
80 हजार की गाड़ी किराए कर लाया गया
आपको बता दें कि इन दोनो आस्ट्रिच को लाने के लिए 80 हजार रुपए गाड़ी का किराया भुगतान करना पड़ा था, जबकि जू प्रशासन ने तीन कर्मचारियों की भी इसके लिए ड्यूटी लगाई गई थी। करीब डेढ़- डेढ़ लाख रुपए तक कीमत वाले इन दो आस्ट्रिच के चिडि़याघर में पहुंचने के बाद जू प्रशासन की तरफ से इनकी खूब खातिरदारी की गई।
खाने में स्पेशल डिसेज, सर्दियों मे हीटर
उनके भोजन और अन्य सुविधाओं में कोई कमी नहीं छोड़ी गई। दोनों के लिए स्पेशल डिसेज के तौर पर काजू, झोरे, सूरजमुखी सीड्स परोसे जाते थे। सर्दियों में ठंड से बचाने के लिए हीटर तक का इंतजाम किया गया था.
बचाने की कोशिश नाकाम
जू में पहुंचने वाले पर्यटकों, खासकर बच्चों के लिए ये दोनों आस्ट्रिच कई महीनों तक आकर्षण का केंद्र बने रहे। देहरादून चिडि़याघर प्रशासन के अनुसार दोनों को बचाने की पूरी कोशिश की गई। ठंड व गर्मी से बचाने के लिए हर संभव बेहतर वातावरण मुहैया कराया गया, लेकिन इसके बाद भी दोनों बच नहीं पाए। हालांकि अब जू प्रशासन उनके स्थान पर फिर से आस्ट्रिच के तीन बच्चों को लाने की तैयारी कर रहा है।