कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। देशभर के सभी राज्यों में प्रवासियों के लौटने के बाद से ही लगातार कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं। उत्तराखंड में पिछले 10-15 दिनों में कोरोना के मामलों में इतनी तेजी से इजाफा हुआ कि सरकार और स्वास्थ्य विभाग की चिंताएं बढ़ गयी हैं। राज्य में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 5 सौ के करीब पहुंच गया है। 31 मई को लाॅकडाउन-4 खत्म हो जाएगा। लोग कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर चिंता जाहिर कर चुके हैं। केंद्र सरकार ने भी राज्यों को फैसला लेने की छूट दी है। अब राज्यों को तय करना है कि लाॅकडाउन को खोल दिया जाए या फिर और सख्ती से लागू करना चाहिए। गृह मंत्रालय में शनिवार तक सुझाव मांगे हैं.
उत्तराखंड में जिस तरह से हालात बदल रहे हैं। उससे लाॅकडाउन को हटाना भारी पड़ सकता है। लॉकडाउन 5.0 पर केंद्र सरकार की तरफ से कोई बयान अभी नहीं आया है। 31 मई को मन की बात कार्यक्रम है, उसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लॉकडाउन 5.0 पर भी बोल सकते हैं। इसमें ज्यादातर चीजों को खोलने की कोशिश हो सकती है। कोरोना लॉकडाउन 5.0 मुख्य तौर पर 11 शहरों पर फोकस होगा। इसमें दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, पुणे, ठाणे, इंदौर, चेन्नै, अहमदाबाद, जयपुर, सूरत और कोलकाता। यहां कोरोना केस ज्यादा हैं।
स्कूल खुलना फिलहाल मुश्किल दिख रहा है। 15 जून तक स्कूलों और कॉलेजों को बंद ही रखा जा सकता है। वैसे भी राज्य सरकारें कह चुकी हैं कि स्कूल गर्मी की छुट्टियों के बाद ही खुलेंगे। रेलवे और घरेलू फ्लाइट को सरकार पहले ही शुरू कर चुकी है। मेट्रो सर्विस को भी एक जून से दोबारा शुरू किया जा सकता है। हां इंटरनैशनल फ्लाइट्स पर अभी पाबंदी ही रहेगी। सलून के बाद मोदी सरकार जिम और शॉपिंग मॉल्स को खोलने का फैसला राज्य सरकार पर छोड़ सकती है। हालांकि, कंटेनमेंट जोन में इन्हें खोलने की छूट मुमकिन नहीं। दिल्ली समेत कुछ जगहों को छोड़कर बाकी जगहों पर सूलन खुल रहे हैं।