देहरादून – लो अब भीम फिर धरने पर बैठ गए। बेशक भाजपा ने भीम के लिए दरवाजा बंद करने का ऐलान कर रखा हो लेकिन लगता है भीम भाजपा की सलाह पर ही अमल कर रहे हैं। याद है न जब घनसाली के पूर्व विधायक भीमलाल आर्य ,सीएम हरीश रावत से रूठे थे तो भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने भीम को मुख्यमंत्री आवास पर धरना देने की सलाह दी थी। लगता है भीम ने सलाह को स्वीकार कर लिया और आज भीमलाल आर्य मुख्यमंत्री हरीश रावत बीजापुर गेस्ट हाउस आवास के मुख्यद्वार पर धरने पर बैठ गए हैं। हालांकी भीम की मांग है कि घनसाली को जिला बनाया जाए और उसे पिछड़ा घोषित किया जाए। सच क्या है ये तो भीम ही जानते होंगे या फिर सीएम। पर उससे बड़ा सच ये है कि भीम के धरने को देखते हुए मुख्यमंत्री ने अपना रास्ता ही बदल दिया है।
हालांकि मु्ख्यमंत्री ने ताजा बयान दिया है कि भीम लाल आर्य उनके बच्चे की तरह हैं। सी्एम रावत की माने तो वे भीम लाल आर्य को समझाने बुझाने की कोशिश करेंगे। लेकिंन उनकी मांगों का क्या होगा इस पर मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कोई जवाब नही दिया । फिलहाल भीम मोर्चे पर डटे हैं।