रामनगर, (इफ्तखार हुसैन)- इंसानी आबादी में जंगली जानवरों की दस्तक से इंसान तो सहमें हुए ही हैं, जंगल के जानवर भी दहशत में हैं। कुछ ऐसा ही हुआ रामनगर के तराई पश्चिमी वन प्रभाग की बैलपड़ाव रेन्ज के गौबरा गांव में। जहां एक गुलदार शावक ग्रामीण के घर में घुस गया। शावक को घर में देखकर जहां परिजनो में हड़कंप मच गया। वहीं गुलदार शावक के घर में दाखिल होने की खबर से ग्रामीण दहशतजदा हो गए हैं।
जिसकी सूचना ग्रामीणों ने जंगलात महकमे को दी। सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम घर में घुसे गुलदार शावक को तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद काबू किया। तीन घंटे चले इस आॅपरेशन में टीम ने शावक को घेराबंदी कर जाल में फंसाया और पिंजरे में कैद किया।
इस पूरे ऑपरेशन में गुलदार शावक को बिना विभागीय पशु चिकित्सक और बिना टैक्यूलाईज किए जाल में फंसाया गया। पकड़ा गया शावक मादा गुलदार निकला जिसकी उम्र 4 माहिने की बताई जा रही है। गुलदार शावक के पकड़े जाने पर ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है ।
वही डी.एफ.ओ ने बताया कि पिंजरे में कैद गुलदार शावक को वन कर्मियो की देखरेख में चूनाखान सेन्टर में रखा गया है हालांकि अग्रिम आदेश के बाद शावक को जंगल में छोड़ने की कार्यवाही की जायेगी। बहरहाल जानवरों का जंगल की सरहदों को लांघना इस बात का साफ इशारा कर रहा है कि मसला गंभीर हो चुका है। जंगलात महकमें को और सरकार को ईमानदारी के साथ ऩई नीतियों की दरकार है।
इंसानी बसावट के बीच जंगली जानवरों की चहलकदमी जंगल के भीतर मौजूद ईकोलॉजी के गडबड़ाने के संकेत दे रही है। साफ है कि जंगल के भीतर जरूर कुछ ऐसी कमी हो गई है जो जंगली जानवरों की जिंदगी के लिए जरूरी है और जिसे तलाशने हसरत उन्हें जंगल से बाहर आने को मजबूर कर रही है।