पड्यूला गांव में तेंदुए ने किया हमला
नौजवान ने किया तेंदुए का मुकाबला
अल्मोड़ा- जिले के गांवों मे जंगली जानवरों की आमद से ग्रामीण परेशान है। इंसान और मानव के बीच जंग के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। द्वाराहाट तहसील के पड्यूला गांव में अगर युवक हिम्मत न दिखाता तो तेंदुआ उसे मौत के घाट उतार ही देता। लेकिन युवक ने धैर्य से काम लिया और तेंदुए को भागने के लिए मजबूर कर दिया। हालांकि तेदुए के हमले में युवक घायल हुआ है। बताया जा रहा है कि तेंदुए और युवक के बीच करीब 5 मिनट तक मुकाबला होता रहा।
खबर है कि रात के वक्त पड्यूला गांव निवासी 30 वर्षीय नारायण सिंह घर के आंगन में बने बाथरूम की ओर जा रहा था। तभी वहां पहले से शिकार की तलाश में बैठे तेंदुए ने उस पर हमला कर दिया। अचानक हुए इस हमले से नारायण सिंह घबराया नहीं बल्कि उसने हिम्मत से काम लेते हुए शोर मचाया और तेदुए का मुकाबला किया। उसकी आवाज सुनकर पड़ोसी और गांव वाले भी आ गए। मौके की नजाकत भांपकर तेंदुआ जंगल की ओर भाग गया ।
तेंदुए के साथ करीब पांच मिनट तक संघर्ष करने वाले नारायण सिंह को तेंदुए ने काफी जख्म दिए हैं उसकी गर्दन, हाथ, छाती, जांघ व पैरों में तेंदुए के नाखूनों के गहरे घाव हो गए हैं। हालांकि उसे ग्रामीण ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार के लिए ले गए। जहां मरहम पट्टी के बाद उसे घर भेज दिया गया। बहरहाल तेंदुए के हमले की इस घटना से पडयूला गांव में दहशत का माहौल कायम हो गया है। गौरतलब है कि इससे पहले भी इसी पडयूला गांव मे तेंदुए ने गांव की एक महिला को घायल कर दिया था। बावजूद इसके वन विभाग की कुंभकर्णी नींद नहीं टूट रही है। ऐसे में गांव वाले नाराज हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर जंगलात महकमा जंगल की खाद्य श्रंखला को मजबूत क्यों नही कर रहा है ताकि जानवर अपनी सरहद को छोड़कर इंसानी आबादी में दाखिल न हो पाए।