हल्द्वानी(योगेश शर्मा) सरकार द्वारा सचिवालय में पत्रकारों के प्रवेश पर रोक लगाये जाने के मामले में नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने अपनी कड़ी नाराजगी जाहिर की…और त्रिवेंद्र सरकार के इस फैसले की कड़ी निंदा करते हुए सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाया.
दरअसल हल्द्वानी में मीडिया से बात करते हुए नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने बताया की सूचना का अधिकार आने के बाद से पहली बार देश के अंदर किसी राज्य की सरकार ने इस तरह का तानाशाही फरमान सुनाया है. उनका कहना है की पत्रकारों का अधिकार होता है सच जानने का लेकिन भाजपा सरकार पत्रकारों से सच छुपाना चाहती है जो की सरकार की तानाशाही को दर्शाता है।
आपको बता दें बीते दिनों उत्तराखंड सचिवालय प्रशासन ने सचिवालय की गोपनियता को लेकर नया आदेश जारी किया है। अब पत्रकार सचिव के दफ्तर में नहीं जा पाएंगे। मुख्य सचिव उत्पल कुमार की तरफ से आदेश जारी हुआ कि किसी भी सचिव के दफ्तर में पत्रकार नहीं आएंगे। इसका उल्लंघन करने पर मुख्य सचिव उत्पल कुमार ने कार्रवाई करने की बात कही.
27 दिसंबर को जारी हुए इन आदेशों में कहा गया कि सरकार की कैबिनेट बैठक से पहले ही कई प्रस्ताव मीडिया में बाहर आने लगते हैं। आदेशों में कहा गया है कि सरकार के कुछ संवेदनशील फैसलों पर गोपनियता जरूरी है