लंढौरा- रुड़की से लंढौरा जाने वाला रास्ता पिछले एक अर्से से बदहाल था। जगह-जगह बन चुके गड्ढों ने इस सड़की की हालत खस्ता कर दी थी। जबकि अब दो दिन की लगातार बारिश ने कोढ पर खाज का काम किया है। जहां सड़क थोड़ा बहुत ठीक थी वहां भी पानी भर गया और जहां गड्ढे थे वहां सड़क पर तालब बन गए। नतीजतन स्थानीय लोगों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
स्थानीय लोगो की माने तो पिछले एक साल से इस सड़क की सेहद बदहाल है। लोकनिर्माण विभाग को कई बार दरख्वास्त देकर इसका जिक्र किया जा चुका है लेकिन मजाल क्या कि लोक निर्माण विभाग की कान में जूं भी रेंगी हो। बारिश से बस अड्डा और शिकारपुर पुलिया की हालात बेहद पतली हो गई है।
जनता सड़क पर इक्कट्ठे हुए बेहिसाब बरसाती पानी से बने कीचड़ से बेहद परेशान है। न पैदल चला जा रहा है न वाहन से। वाहन में सफर करना हादसों को न्यौता देना साबित हो रहा है जबकि पैदल चलना दिक्कत का सबब बन रहा है। लंढौरा हो या ढंढेरा हो हर बस्ती का हाल बुरा है। बरसात के पानी ने इलाके की मुसीबत बढ़ा दी है।
बावजूद इसके न लोक कल्याण का दावा करने वाली सूबे की सरकार को परवाह है और न सरकारी रोटी तोड़ रहे आलसी सरकारी महकमों को। जनता जान जोखिम में रख कर जी रही है और जिम्मेदार खामोश हो कर आराम फरमा रहे हैं।