हल्द्वानी- कुमाऊं मंडल के पश्चिम वृत्त का वन विभाग चौकस है। अवैध खनन के कारोबारियों को बेशक ये इल्म हो कि वो जंगलात महकमें की आंखों में धूल झोंकने में कामयाब हो गए हैं, लेकिन हकीकत में ऐसा नहीं है।
पश्चिम वृत्त वन प्रभाग के पास एक-एक खनन कारोबारी की कुंडली जमा हो रही है। जंगलात महकमा ड्रोन की मदद से अपने इलाके में बहने वाली गौला, कोसी,दाबका ,शारदा जैसी तमाम नदियों के किनारों और उसके उपखनिज पर नजर बनाए हुए है।
ट्रक से लेकर ट्रेक्टर ट्रॉली पर नजर है, चालक से लेकर रेता-बजरी भरने वाले मजदूरों की तस्वीरें जंगलात महकमें के पास पहुंच रहे हैं। महकमा सबका डाटा बना रहा है। नदियों और उसके उपखनिज के चप्पे-चप्पे पर महकमें की नजर है। ड्रोन की मदद से चौकसी हो रही है।
इसकी जानकारी कुमांऊ मंडल पश्चिम वृत्त के वन संरक्षक पराग मधुकर धकाते ने मीडिया को दी। धकाते ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में अवैध खनन के खिलाफ उनके प्रभाग ने जितना एक्शन लिया वो पूरे राज्य में मिसाल बन गया है।
धकाते ने बताया कि गुजरे वित्तीय वर्ष में में 800 वाहन जब्त किए जबकि 3 करोड़ 46 लाख का जुर्माना अवैध खनन कारोबारियों से वसूला गया।पश्चिम वृत्त के वन संरक्षक पराग मधुकर धकाते की माने तो कुमाऊ का पश्चिमी वृत्त वन प्रभाग पूरे देश में नंबर वन बन गया है। धकाते ने कहा कि अवैध खनन में लिप्त तबके की खैर नहीं है, महकमें का ये एक्शन लगातार जारी रहेगा।