देहरादून। राजनीति वो चीज है जिसे सियासत के माहिर खिलाड़ी भी कभी सियासी चालों में उलझ जाते हैं तो फिर राजनीति में कदम रखने वाले नए-नए नेताओं को सियासी पार्टियों ऐसे घुमा देती है जैसे की कर्नल कोठियाल के साथ हुआ। उत्तराखंड की सियासत में कदम रखने से पहले ही भाजपा ने पौड़ी सीट पर कर्नल कोठियाल को ऐसी उलझनों में छोड़ दिया जिस पर कर्नल कोठियाल के साथ उनके समर्थक इसी बात को सोचने पर मजबूर हैं कि कर्नल कोठियाल को लोकसभा चुनाव लड़ना चाहिए या नहीं।
भाजपा ने फंसाया, कोठियाल कांग्रेस के टिकट के ऑफर तक ठुकराते रहे
खैर अपने बुलंद इरादों के लिए पहचाने जाने वाले कर्नल कोठियाल ने भाजपा से टिकट ने मिलने पर पौड़ी लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरने का मन बनाया है। लेकिन भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने का सपना कर्नल कोठियाल का चकनाचूर हो गया है जिसे वह काफी लम्बे समय से देख रहे थे, भाजपा ने भी कर्नल कोठियाल को टिकट देने के लालच में इसी तरह फंसाए रखा कि कोठियाल कांग्रेस के टिकट के ऑफर तक ठुकराते रहे। मनीष खंडूरी के कांग्रेस में शामिल होने के बाद कांग्रेस ने भी कोेठियाल के लिए पौड़ी सीट पर टिकट के दरवाजे बंद कर दिए, लेकिन कांग्रेस नेता कहते हैं कि कर्नल कोठियाल को उन्होने पौड़ी सीट पर टिकट देने का भरोसा दिया था लेकिन कर्नल कोठियाल यही कहते रहे कि पहले भाजपा टिकट फाइनल कर दे उसके बाद ही वह कुछ सोचेंगे लेकिन कोठियाल की ये सोच भी बीजेपी से टिकट न मिलने पर धरी की धरी रह गई।
चुनाव न लड़ने का बनाया जा रहा है दबाव
भाजपा ने जिस दिन उत्तराखंड की 5 लोकसभा सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए उस दिन कर्नल कोठियाल को तगड़ा झटका लगा,क्योंकि पौड़ी सीट पर कर्नल कोठियाल को टिकट मिलने की उम्मीद थी. खैर जब कोठियाल को भाजपा से टिकट न मिला तो कर्नल कोठियान ने निर्दलीय ही मैदान में उतरने का ऐलान कर दिया। लेकिन उनके ऐलान से भाजपा के भीतर घबराहट नजर आ रही है। सूत्रों की माने तो भाजपा के उत्तराखंड भाजपा के आला नेता कर्नल कोठियाल को फोन कर चुनाव न लड़ने के लिए दबाव बना रहे है।
25 को नामांकन करेंगे कोठियाल
चुनावी मैदान में ताल ठोकने के बाद कर्नल कोठियाल 25 मार्च को नामांकन के आखिर दिन पर्चा भरेंगे। कर्नल कोठियाल अपने नामांकन से पहले शक्ति प्रर्दशन के जरिए भी भाजपा और कांग्रेस को अपनी ताकत ऐहसास कराने की सोच रहे,हालांकि सियासी पंडितों की माने तो पौड़ी सीट पर कर्नल कोठियाल की जीत तो मुश्किल है,लेकिन उनके मैदान में उतरने से पौड़ी सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय हो जाएगा। कर्नल कोठियाल आज राजधानी देहरादून में पत्रकार वार्ता करने वाले थे लेकिन पत्रकार वर्ता नहीं हो पाई जिससे कई सवाल अभी को कर्नल कोठियाल की दावेदारी को लेकर उठ रहे है,लेकिन कोठियाल के करीबियों का कहना कि आज होने वाली पत्रकार वर्ता कल होगी और 25 को पौड़ी में कर्नल कोठियाल नामांकन करेंगे।