कोटद्वार : उत्तराखंड में गुलदार का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा. आए दिन घात लगाए बैठा गुलदार मासूम मेहनती लोगों को अपना निशाना बना रहा है. ऐसा ही एक नया मामला लैन्सडाउन वन प्रभाग के दुगड्डा से आया है.
जी हां लैन्सडाउन वन प्रभाग के दुगड्डा निवासी 37 वर्षीय मधु को घात लगाकर बैठे गुलदार ने हमला कर घायल कर दिया. दरअसल रोज की तरह मधु घास लेने गई थी। जिसके साथ कई महिलाएं भी थी जो चारा-घास लेने गई थी. गुलदार के मधु पर हमला करने पास साथ गई महिलाओं ने शोरगुल मचाया और लोगों को इक्कट्ठा किया..जिसके बाद गुलदार से महिला को छुड़ाया। लेकिन तब तक गुलदार महिला को बुरी तरह घायल कर चूका था। वहीं घायल महिला को एक युवक ने बाईक से कोटद्वार के बेस अस्पताल पहुंचाया।
अस्पातल प्रबंधन औऱ डॉक्टर पर खड़े हुए सवाल
इस दौरान साथ आये एक युवक ने बताया कि एमरजेंसी में एक भी डॉ. नहीं थे. 20 मिनट तक महिला दर्द से खून से लथपथ करहाती रही. 20 मिनट के बाद आकर डॉक्टर ने घायल महिला को देखा और इलाज किया.
सरकार की योजना पर पलीता लगाने का काम
लेकिन बड़ा सवाल ये है कि अगर भगवान समान माने जाने वाले डॉक्टरों का हाल ऐसा ही रहा तो जनता का क्या होगा. सरकार एक ओर जहां मरीजों को मुफ्त इलाज देने का दावा कर अटल योजना चला रही है तो वहीं सरकार की योजना पर ऐसे डॉक्टर पलीता लगाने का काम कर रहे हैं. महिला की जान पर बन आती तो इसका जिम्मेदार कौन होता?