कोटद्वार के छात्र मयंक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा कि क्या जीवन में सफलता का मापदंड परीक्षा में प्राप्त अंक ही हैं? इस पर पीएम मोदी ने कहा कि परीक्षा में अंक को महत्वपूर्ण पड़ाव मानना चाहिए, लेकिन इसे ही सब कुछ नहीं मानना चाहिए। उन्होंने अभिभावकों से निवेदन किया कि बच्चों को ये नहीं तो कुछ नहीं का गुण न सिखाएं।
उन्होंने कहा कि किसी विषय में सफलता नहीं पाई तो जीवन में कुछ नहीं पाया, ऐसी सोच न बनाएं। उन पर किसी भी टारगेट को पाने के लिए दबाव न बनाएं। बच्चों को उनकी पसंद के हिसाब से जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करें। देश में बहुत सारे फील्ड हैं। उनमें आप अच्छा प्रयोग कर सकते हैं। जीवन में परीक्षा का महत्व है, लेकिन परीक्षा ही जिंदगी है ऐसा नहीं समझना चाहिए।