कोटद्वार : पौड़ी गढ़वाल के कोटद्वार में बुधवार को कोरोना के मामलों को देख स्वास्थ्य विभाग और लोगों में हड़कंप मच गया। बता दें कि बुधवार को कोरोना के 14 मामले सामने आए। जानकारी के अनुसार बेस हॉस्पिटल कोटद्वार के 6 कर्मियों सहित एक बच्ची के अलावा 7 और लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि की गई है। जिससे बुधवार को आये 14 नये मरीजों को मिलाकर पिछले चार दिन में कुल संक्रमितों की संख्या 28 हो गई है। सूत्रों के अनुसार बेस हॉस्पिटल में बुधवार को आये 6 कर्मियों में कोरोना संक्रमण पाये जाने के साथ ही वहां काम करने वाली एक कर्मी की 6 साल की बेटी में भी कोरोना संक्रमित पाई गई है। इसके अलावा जशोधरपुर स्थित इंडस्ट्रीयल एरिया में भी संक्रमण रूकने का नाम नहीं ले रहा है। वहां पर बुधवार को 3 नये केस आने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या 7 हो गई है। इधर, कोविड आइसोलेशन वार्ड बेस अस्पताल में भर्ती चार अन्य मरीजों में भी कोरोना की पुष्टि हुई है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय परिसर में स्थापित कोविड केयर वार रूम की रिपोर्ट के अनुसार राजकीय बेस अस्पताल कोटद्वार में दो स्टाफ नर्सों में कोरोना वायरस की पुष्टि के बाद वहां तैनात चिकित्सकों एवं अन्य स्टाफ के लिये गये सैंपलों में आज बुधवार को 6 और कर्मियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है। जिससे अब तक बेस अस्पताल में कार्यरत कोविड संक्रमित डॉक्टर, नर्स व स्टाफ की संख्या 13 हो गई है। सिम्मबलचौड़ निवासी 39 वर्षीय, कालाबड़ निवाासी 38 वर्षीय मुकेश सिंह, शिवपुर निवासी 30 वर्षीय महिला, 6 वर्षीय बालिका, बेस अस्पताल की 32 वर्षीय महिला कर्मचारी के विगत 31 जुलाई को सैंपल लिये गये थे। जबकि बेस अस्पताल की 40 वर्षीय महिला कर्मचारी का 1 अगस्त को सौंपल लिया गया था। वहीं मंदाकनी नगर नजीबाबाद रोड निवासी 38 वर्षीय महिला, लकड़ीपड़ाव निवासी 28 वर्षीय युवक, फैक्ट्री कालोनी कोटद्वार निवासी 27 वर्षीय युवक, जशोधरपुर निवासी 50 वर्षीय और 25 वर्षीय युवक, बेस अस्पताल की 45 वर्षीय, 53 वर्षीय महिला व 25 वर्षीय डॉक्टर का सैंपल 2 और 3 अगस्त को कोरोना जांच के लिए भेजा गया था। बुधवार को उक्त सभी लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। शिवपुर निवासी महिला भी राजकीय बेस अस्पताल की कर्मचारी है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय परिसर में स्थापित कोविड केयर वार रूम की रिपोर्ट के अनुसार फैक्ट्री कालोनी कोटद्वार निवासी 27 वर्षीय युवक, जशोधरपुर निवासी 50 वर्षीय और 25 वर्षीय युवक को कोविड केयर सेंटर कौड़िया में आइसोलट किया गया है। जबकि अन्य बेस अस्पताल के 6 कर्मियों व एक बच्ची सहित पांच लोगों को राजकीय बेस अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया है।
जनपद पौड़ी गढ़वाल में कोरोना पॉजिटिव की कुल संख्या 239 पहुंच गई है। जिला प्रशासन से मिली सूचना के अनुसार जिले से अब तक 11883 के सैंपल लिये गये। जिसमें से 239 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जबकि कोरोना से अब तक चार मौते हो चुकी है और 45 सक्रिय मरीज आइसोलेशन में है। इसी के साथ 190 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर चले गये है। रिपोर्ट के अनुसार 1931 सैंपलों की रिपोर्ट आनी अभी बाकी है। जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई गई सूचना के अनुसार जनपद में अब केवल 50 मरीज आइसोलेशन में है। जिसमें से 29 महिलाएं व 21 पुरूष है। जनपद पौड़ी गढ़वाल में कोरोना के कुल 50 मरीजों में से 47 मरीज राजकीय बेस अस्पताल कोटद्वार में भर्ती है, जबकि मात्र तीन मरीज बेस अस्पताल श्रीकोट में भर्ती है। इधर अगर वैल्टिेलटर की उपलब्धता के बारे में बताया गया है कि राजकीय बेस अस्पताल श्रीकोट में 46, जबकि राजकीय बेस अस्पताल कोटद्वार में केवल 6 वैल्टिलेटर उपलब्ध है। जिले में कुल 65 वैल्टिलेटर उपलब्ध है। शेष 15 वैल्टिलेटर में से 4 जिला अस्पताल पौड़ी तथा 9 हंस फाउंडेशन सतपुली में उपलब्ध है। इसी तरह यदि देखा जाय तो मरीजों की संख्या कोटद्वार में ज्यादा होने के बावजूद आईसीयू बेड केवल छ: उपलब्ध है। जबकि श्रीनगर में 30 बेड बनाये गये है।
द्वारीखाल ब्लॉक में एक व यमकेश्वर ब्लॉक में दो युवक में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय परिसर में स्थापित कोविड केयर वार रूम की रिपोर्ट के अनुसार द्वारीखाल ब्लॉक के एक गांव निवासी 27 वर्षीय युवक विगत 29 जुलाई को श्रीनगर जम्मू से गांव आया था। स्वास्थ्य विभाग ने युवक का सैंपल लेकर कोरोना जांच के लिए भेज दिया था। बुधवार को युवक की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। युवक को परमार्थ निकेतन ऋषिकेश में आइसोलेट कर दिया है। उत्तर प्रदेश के जनपद बिजनौर से 55 वर्षीय व्यक्ति और 30 वर्षीय युवक यमकेश्वर ब्लॉक के एक गांव आये थे। विगत 28 जुलाई को स्वास्थ्य विभाग ने दोनों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिये थे। बुधवार को दोनों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। दोनों को अभी होम आइसोलेट किया गया है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि जरूरत पड़ने पर दोनों को होम आइसोलेट से अस्पताल में आइसोलेट किया जा सकता है।