डेस्क – किशोर कुमार को कौन नहीं जानता। अपनी शानदार आवाज से कई सितारों को सुपर स्टार बनाने वाले किशोर दा गजब के आदमी थे। लेकिन किशोर दा की शादीशुदा लाइफ ने उन्हें कभी इतना ‘फील गुड’ नहीं होने दिया जितना कि उनके गाए गानों को सुनकर आम आदमी को ‘फीलगुड’ हुआ।
किशोर कुमार के वैवाहिक जीवन को असंतुष्ट ही कहा जाएगा। किशोर दा ने चार शादीयां की। उनकी पहली पत्नी का नाम रूमा देवी था। दूसरी शादी उन्होंने हिंदी सिनेमा की सबसे खूबसूरत अदाकार मधुबाला से की। तीसरी शादी उन्होंने योगिता बाली से की और चौथी शादी अभिनेत्री लीना चंद्रावरकर से। लेकिन कोई भी शादी लंबी पारी नहीं खेल पाई। माना जाता कि लीना से शादी करने के बाद उनके जीवन में स्थायीत्व आता लेकिन उससे पहले ही किशोर दा ने दुनिया को अलविदा कह दिया।
आपको ये जानकर अचरज होगा कि आभास कुमार गांगुली उर्फ किशोर कुमार ने अपनी मुहब्बत को शादी में बदलने के लिए अपना मजहब भी बदल लिया था। पहली पत्नी रूमा देवी से तलाक लेने के बाद तलाकशुदा किशोर कुमार उस दौर की सुपर हिट और सबसे खूबसूरत मुस्कान की मल्लिका मानी जानी वाली अदाकार मधुबाला की खूबसूरती पर फिदा हो गए।
मधुबाला ने भी तलाकशुदा किशोर दा का हाथ थामने में हामी भरी लेकिन दोनो के बीच मजहब की दीवार आ गई। ऐसे में किशोर कुमार ने सन् 1960 में मुमताज जहां बेगम देहलवी उर्फ मधुबाला से विवाह करने के लिए इस्लाम कबूल कर लिया और आभास कुमार गांगुली से किशोर कुमार होते हुए अब्दुल करीम बन गए थे।