देहरादून- लोकायुक्त पर गठित प्रवर समिति की पहली बैठक आज खत्म हो गई है। दरअसल भाजपा सरकार की प्राथमिकताओं मे से एक लोकायुक्त बिल को टीएसआर सरकार ने पहले सत्र के दौरान ऱखा था।
हालांकि बाद में सरकार ने बिल के मसौदे को गहन अध्ययन के लिए प्रवर समिति को भेजते हुए तर्क दिया था कि सरकार मजबूत लोकायुक्त की पक्षधर है। लिहाजा कोई कोर कसर बाकी नहीं रखना चाहती। लोकायुक्त एक्ट के अध्ययन पर रिपोर्ट के लिए प्रवर समिति को एक माह का वक्त दिया गया।
बहरहाल प्रवर समिति की पहली बैठक के बाद समिति के अध्यक्ष प्रकाश पंत ने कहा है कि लोकायुक्त एक्ट पर मंथन के लिए प्रवर समिति की अभी और बैठक होंगी। ताकि राज्य को एक मजबूत लोकायुक्त मिल सके और कहीं कोई कमजोर कड़ी बाकि न रहे।
गौरतलब है कि विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने लोकायुक्त एक्ट के गहन अध्ययन के लिए सूबे के कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत की अध्यक्षता मे प्रवर समिति का गठन किया था। समिति में अध्यक्ष समेत सात सदस्य हैं जिसमें पांच भाजपा के और दो कांग्रेस के है।
कांग्रेस की और से काजी निजामुद्दीन और प्रीतम सिंह को प्रवर समिति मे शामिल है। जबकि भाजपा की ओर से मुन्ना सिंह चौहान, केदार सिंह रावत , संजीव आर्य और महेंद्र भट्ट बतौर सदस्य शामिल हैं।