देहरादून- रोड़वेज के मुलाजिमों के तेवर से लग रहा है कि नई सरकार को सबसे पहले इनकी हड़ताल का सामना करना पड़ेगा। अपनी मांगों को लेकर प्रदेश भर के रोडवेज कर्मचारी 16 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी दे चुके हैं।
दरअसल रोड़वेज कर्मचारियों की मांग है कि निगम में कार्यरत आऊट सोर्स के मुलाजिमों को संविदा कर्मचारी माना जाए, बकाया भुगतान तुरंत किए जांए, एसीपी का लाभ वंचित मुलाजिमों का एरियर सहित दिया जाए। टनकपुर मंडल में यूनियन को कार्यालय आवंटित किया जाए। एक्सीडेंट, डीजल और कम आय की रिकवरी बंद की जाए और ई टिकटिंग मशीनें प्रदेश भर में उपलब्ध कराई जाए।
बहरहाल उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन अपनी हड़ताल के बारे में प्रबंध निदेशक को अपनी मांगों का ज्ञापन और हड़ताल की जानकारी दे चुका है। यूनियन के महामंत्री अशोक चौधरी की माने तो यूनियन की प्रांतीय कार्यसमिति की बैठक में इस बात का निर्णय लिया जा चुका है। चौधरी ने कहा कि हड़ताल के दौरान मुसाफिरों को होने वाली परेशानी और निगम के आर्थिक घाटे के लिए निगम प्रबंधन जिम्मेदार होगा।