चमोली – अपनी खूबसूरती से दुनिया को अपनी ओर लुभाने वाले चमोली जिले की घाटियोंं को देखने के लिए हजारों की तादादों में हर साल सैलानी आते हैं। भगवान बद्रीश के अभिलाषी तीर्थयात्री बदरीनाथ के दर्शन करते हैं जबकि कुदरत की करीगरी को करीब से जानने वाले सैलानी चमोली जिले के पहाड़, जंगल और घाटियों का दीदार करते हैं।
चमोली जिले के नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क की सरहद के भीतर मौजूद विश्व प्रसिॆद्ध फूलों की घाटी में हजारों नस्ल के रंगबिरंगे फूलों को देखने लिए देश दुनिया से हर साल लाखों की तादाद में सैलानी आते हैं। इस साल एक जून को फूलों की घाटी सैलानियों के लिए खोली गई थी।
तब से लेकर अब तक 12 हजार से ज्यादा लोगों ने फूलों की घाटी की इस साल सैर की है। जिससे नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क को 19 लाख रूपए से ज्यादा की आमदनी हुई हैं। पार्क अधिकारियों की माने तो साल 2013 की आपदा के बाद इस साल सबसे ज्यादा पर्यटक फूलों की घाटी में पहुंचे हैं।
बहरहाल इस साल 21 अक्टूबर को फूलों की घाटी के दरवाजे सैलानियों के लिए बंद कर दिए जाएंगे। यानि अब अगले साल ही फूलों की घाटी में सैलानियों को पांव धरने की इजाजत मिलेगी।