देहरादून – राज्य मे ंरेत-बजरी और शराब का कारोबार काफी रसूख वाला माना जाता है। सरकार के लिेए बेहद फायदेमंद इन धंधों पर सबकी नजर रहती है। मोटी कमाई का जरिया माने जाने वाले इस धंधे को एक बार फिर से अपने हाथों में लेने के सपने देखे हैं गढ़वाल और कुमाऊ विकास निगम ने।
निगमों की दलील है कि उपखनिज और शराब का काम राज्य में निजी हाथों के बजाए गढ़वाल मंडल विकास निगम और कुमाऊ मंडल विकास निगम को दिया जाना चाहिए। निगम को इस काम का पुराना अनुभव भी है।
इस मांग के लिए सूबे के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज से दोनों निगमों के कर्मचारी संगठनो के एक प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात की और महाराज अपना ज्ञापन सौंपा।
कर्मचारी संगठन के प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि राज्य में उपखनिज और शराब का कारोबार निगमों के हाथ मे आने से दोनों निगमों की माली हालत सुधर जाएगी और निगम आर्थिक रूप से मजबूत हो सकेंगे।
गौरतलब है कि तिवारी सरकार में 2002 से 2007 तक राज्य में आबकारी और उपखनिज का काम कुमांऊ और गढ़वाल मंडल विकास निगम के हाथों मे ही था।