देहरादून- उत्तराखंड की रीढ़ मानी जाने वाली चार धाम यात्रा आने वाले वक्त में और भी सुलभ,सस्ती और सुगम हो जाएगी। उसकी वजह है चारो धामों को रेल से जोड़ने का फैसला। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन को विस्तार देते हुए केंद्र सरकार ने राज्य के चारो धामों को ट्रेन से जोड़ने के लिए सर्वै कराने का फैसला लिया है।
इस सर्वे के लिए जहां सरकार ने 120 करोड़ रुपए मंजूर करते हुए रेल विकास निगम को सर्वे का काम सौंपा है। वहीं केद्रीय रेल मंत्री खुद 13 मई को सर्वे का शिलान्यास करने के लिए बदरीनाथ आने वाले हैं।
बहरहाल सबसे दिलचस्प बात ये है कि 327 किलोमीटर वाली चार धाम रेल लाइन बिछाने में सरकार 43 हजार 292 करोड़ रुपए खर्च करेगी। जब रेल लाइन बिछ जाएगी और सूबे मे चार धाम यात्रा शुरू होगी तो गंगोत्री के लिए तीर्थयात्री डोईवाला रेलवे स्टेशन से सफर तय करेंगे जबकि श्रीबदरीनाथ का सफर ऋषिकेश रेलवे स्टेशन से शुुरू होगा।
चार धाम रेल यात्रा के 327 किलों मीटर लंबे सफर में 21 नए रेल स्टेशन और 61 सुरंगे तथा 59 पुलों से चार धाम यात्री गुजरेंगे। गौरतलब है कि 105 किलोमीटर लंबे ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल यात्रा में मुसाफिरों को 12 स्टेशनों के साथ 17 सुंरग और 12 एस्केप सुंरगों के साथ 16 पुलों से गुजरना था।