ऊधम सिंह नगर। भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौहान का किच्छा नवीन गल्ला मंडी कार्यालय पहुंचने पर मण्डी चेयरमैन कमलेन्द्र सेमवाल ने फूल मालाओं के साथ स्वागत किया।
इस मौके पर अनिल चौहान ने किसान बिलों को लेकर विपक्षी दलों द्वारा फैलाई जा रही भ्रांतियों को दूर करने के लिए एक प्रेस वार्ता करते हुये कहा कि किसान के नाम पर राजनीतिक दल ओछी राजनीति कर बरगलाने का काम कर रहे है। भाजपा सरकार ने किसानों को समृद्ध बनाने के लिए यह किसान बिल पास किया है। जिसमें किसानों की आय को दोगुना करने के उद्देश्य से कानून बनाए गए हैं। किसानों को किसी भी तरह की कोई परेशानी इन बिलों से नहीं होनी चाहिए। कृषि अधिनियमों द्वारा 70 साल बाद देश के अन्नदाताओं को बिचैलियों से आजादी दी जा रही है। किसानों को अपने उत्पाद को कहीं भी बेचने की और उपज की पूरी कीमत प्राप्त करने की आर्थिक आजादी मिल रही है। पहले किसान केवल मंडी तक ही सीमित था। लेकिन अब वह बिचैलियों की मार से मुक्त हो रहा है लेकिन राजनीतिक दल किसान हितैषी होने का दावा कर किसानों के साथ ढोंग रच रहे है।
कहा कि विपक्षी दल एमएसपी को समाप्त करने के लिये सरकार पर आरोप लगा रहे हैं। परंतु कृषि बिलों से किसानों के पास एमएसपी के अलावा भी अपनी उपज को भेजने के कई विकल्प मौजूद हैं। कृषि बिलों द्वारा मंडिया समाप्त नहीं की जा रही हैं। पूर्व की भांति व्यापार होता रहेगा तथा किसानों को आर्थिक स्वतंत्रता दी जा रही है जिससे किसान अपनी फसल का उचित और वाजिब मूल्य प्राप्त कर सकते हैं।
इस मौके पर मंडी चेयरमैन कमलेंद्र सेमवाल ने कहा कि किच्छा कृषि उत्पादन मण्डी समिति में किसानों की धान की उपज की एमएसपी के मूल्य पर पिछले वर्षों की तुलना में कई गुना ज्यादा खरीद हुई है। किसान के एमएसपी मूल्य में 2014 की अपेक्षा वर्तमान में ज्यादा वृद्धि की गयी है। यदि सरकार को एमएसपी को समाप्त करना होता तो वह भाजपा सरकार द्वारा एमएसपी मूल्यों में वृद्धि ना की जाती। उन्होंने विपक्षी दलों पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह किसानों के हितों को पूरा होने नहीं होने दे रहे और अपने राजनैतिक प्रतिद्वन्दिता का किसानों कों हथियार बनाकर इस्तेमाल कर रहे हैं।