देहरादून- नोटबंदी के बाद उत्तराखंड के छोटे और मझोले उद्योगों को मंदी की मार झेलनी पड़ रही है। राज्य में उद्योग जगत निराशा भरे माहौल से गुजर रहा है। बाजार में पैसों की कमी है लिहाजा कच्चे माल की सप्लाई से लेकर तैयार माल बेचने तक में मुश्किलें आ रहीं हैं।
उत्तराखंड में नोटबंदी का असर अब दिखने लगा है। खासतौर पर उद्योग जगत अब परेशान होने लगा है। उद्योग जगत में लिक्विडिटी क्राइसिस है लिहाजा कच्चे माल की खरीद नहीं हो पा रही है। वहीं तैयार माल बेचने में आ रही दिक्कतों की वजह से भी बाजार सुस्त है।
मार्केट के जानकार बताते हैं कि नोटबंदी ने उत्तराखंड में व्य्वसाय पर बीस फीसदी तक प्रभाव डाला है। इस बात को अब उत्तराखंड की सरकार भी मानने लगी है। राज्य के कई बड़े अधिकारी इस संबंध में ऑफिशियल और अनऑफिशियल रूप से ये मान रहें हैं कि नोटबंदी ने राज्य को तकरीबन दो हजार करोड़ का नुकसान दिया है।
हालांकि राज्य में उद्योग जगत से जुड़े लोगों की माने तो हालात अब भी काबू में किए जा सकते हैं बशर्ते सरकारें वक्त रहते कदम उठाएं। बाजार के जानकारों की माने तो राज्य के लिए उद्योग जगत की ये गिरावट भविष्य में कई बड़े खतरे भी पैदा कर सकती है।