भगवान श्री बदरीनाथ के कपाट आज शुक्रवार को सुबह ठीक 4-30 बजे पूरे विधान के साथ खोल दिए गए। इस बार बेहद सादगी के साथ कपाट खोले गए। कपाटोद्घाटन मे मुख्य पुजारी रावल, धर्माधिकारी भूवन चन्द्र उनियाल, राजगुरु, हकहकूकधारियों सहित केवल 11 लोग ही शामिल हो सके। इस दौरान मास्क के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया। इससे पूर्व पूरे मंदिर परिसर को सेनेटाइज्ड किया गया।
वहीं पहली पूजा आज देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नाम से की गयी। खास बात यह रही कि, धाम को 10 क्विंटल गेंदे के फूलों से भव्य रूप से सजाया गया है। यह कार्य पुष्प सेवा समिति ऋषिकेश की ओर किया गया है।
चारधाम यात्रा शुरू होने के बाद से इतिहास में यह पहली बार हुआ, जब धाम के कपाटोद्घाटन के समय भक्तों का हुजूम मौजूद नहीं दिखा। पिछले साल कपाट खुलने के बाद पहले दिन करीब 10,000 श्रद्धालुओं ने मंदिर के दर्शन किए।
वहीं इतिहास में यह भी पहली बार हुआ, जब बदरीनाथ धाम के कपाट तय तिथि पर नहीं खुलकर बदली गई तिथि पर खुले। बता दें कि, बदरीनाथ धाम के कपाट 30 अप्रैल को खुलने थे, लेकिन कोरोना वैश्विक महामारी के चलते तिथि बदलकर 15 मई तय की गई थी।