- Advertisement -
देहरादून : जाड़ा, बारिश और धूप झेलकर खाकी पहनने वाले सिपाही 24 घंटे राज्य में देश में अमन के लिए तैनात रहते हैं। लोगों की रखवाली के लिए चौक चौराहों पर खड़े रहते हैं। खाकी धारी अनुशासन की सख्त डोर से बंधे हैं। कानून के इन रखवालों की परवाज पर खुद कानून ने बंदिशें डाल रखी हैं। ये फ्रीडम ऑफ स्पीच जैसे सांविधानिक मूल अधिकार का उपयोग नहीं कर सकते। आम सरकारी नौकरों की तरह न खुल कर ये अपनी बात रख सकते हैं, न ही खुद परचम लहरा कर सड़कों पर उतर सकते हैं। ऐसे में उनके हक के लिए उनके परिवार वाले सड़कों पर उतरे और ग्रेड पे को लेकर धरना प्रदर्शन किया। जिसके बाद डीजीपी ने आश्वासन दिया कि इस मुद्दे पर सीएम से बात हुई है और जल्द इस मसले को सुलझाया जाएगा।
खाकी के मन की बात
वहीं सीएम धामी ने पुलिस स्मृति दिवस परेड के मौके पर पुलिस कर्मियों को लंबे समय के बाद 4600 ग्रेड पे की सौगात दी। जिससे सिपाहियों समेत उनके परिवार वाले खुश हुए लेकिन बता दें कि अभी तक सिपाही मायूस हैं। आज हम खाकी के मन की बात कर रहे हैं क्योंकि उनको हक नहीं है आवाज उठाने का। खाकी धारी मासूस इसलिए हैं क्योंकि अभी तक शासन द्वारा 4600 ग्रेड पे को लेकर जीओ जारी नहीं किया। सिपाहियों को जीओ का इंतजार है। ड्यूटी के दौरान उनके मन में बस यही बात चल रही है और समुद्र के पानी की तरह तैर रही है कि कब सरकार इसका जीओ जारी करेगी।
- Advertisement -
आपको बता दें कि सरकार जो भी घोषणा करती है चाहे वो छुट्टी का ऐलान हो या कोई अन्य मुद्दे पर फैसला…शासन द्वारा जीओ जारी होता है। इसी के इंतजार में हैं पुलिसकर्मी। भेल ही सीएम पुष्कर सिंह धामी ने 20 साल की सेवा अवधि पूरी करने वाले 2001 बैच के पुलिस कर्मियों को 4600 ग्रेड पे देने की घोषणा कर खुशी दी हो लेकिन पुलिसकर्मी अभी भी मायूस हैं और जीओ के इंतजार में हैं। क्योंकि कुछ ही समय बाद चुनाव के मद्देनजर आचार संहिता लगने वाली है जिसके बाद नियमों के तहत सरकार कोई घोषणा या जीओ जारी नहीं कर सकती है।
पुलिसकर्मी इंतजार में हैं कि सरकार कब 4600 ग्रेड पे को लेकर जीओ जारी करेगी। पुलिसकर्मियों के मन में अब भी संशय बरकरार है। ऐसे में सरकार से पुलिसकर्मियों के परिजनों की मांग है कि आचार संहिता लगने से पहले जल्द से जल्द ग्रेड पे को लेकर जीओ जारी कर दिया जाए जिससे उनको तसल्ली हो जाए।