ये बात अलग है कि अब तक पुलिस ने अब तक इसकी पुष्टि नहीं की है। घी को जांच के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही पुलिस कुछ साफतौर पर कहा जा सकेगा। जिस समय पुलिस फैक्ट्री के भीतर घुसी, उस समय वहां से जो दुर्गंध उठ रही थी, वह जानवरों की चर्बी जैसी ही मसूस हो रही थी।
रेसकोर्स और आसपास के जो लोग दून डेयरी से पनीर और घी खरीद कर ले जाते थे, वह उसकी गुणवत्ता को लेकर हमेशा से सशंकित रहते थे। लोगों की तबीयत जब घी खाने से बिगड़ने लगी उससे लोगों शक हकीकत में बदल गया। जिसके बाद लोगों ने पुलिस से पूरे मामले की शिकायत की गई।