देहरादून : उत्तराखंड में सरकारी नौकरी की चाह रखने वाले और सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए खुशखबरी है. जी हां लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद प्रदेश में सरकारी नौकरी का पिटारा त्रिवेंद्र सरकार खोलने जा रही है. बता दें कि सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 27 मई तक सभी विभागों को सृजित पदों के सापेक्ष रिक्त पड़े पदों का डाटा तैयार करने की समय सीमा तय कर दी है।
आचार संहिता के हटने का इंतजार
सीएम कार्यालय की ओर से कार्मिक विभाग को पत्र जारी किया गया है जिसमें कार्मिक विभाग को निर्देश दिए गए है कि खाली पड़े पदों पर व्यापक भर्ती की जाए औऱ साथ ही अन्य विभागों में कर्मचारियों की रुकी पदोन्नति प्रक्रिया को भी जल्द पूरा करने के निर्देश दिए गए. इंतजार है तो सिर्फ आचार संहिता के हटने का.
आचार संहिता के दौरान भर्तियों को विज्ञापन नहीं हो सकता जारी
आपको बता दें कि आचार संहिता के दौरान भर्तियों को विज्ञापन जारी नहीं हो सकता जिसके चलते सीएम ने इस दौरान सभी विभागों, उपक्रमों एवं कार्यालयों से रिक्त पदों का ब्योरा मांगा है। 27 मई तक हर विभाग पदवार सूची कार्मिक विभाग को उपलब्ध करवा देंगे। इसके बाद तिथि तय कर मुख्यमंत्री चरणबद्ध भर्ती अभियान चलाने से संबंधित दिशानिर्देश दे सकते हैं। हजारों की संख्या में प्रदेश में सरकारी पद रिक्त हैं।
गौर हो की पिछेल दो सालों में सरकारी नौकरियों का टोटा है जिससे बेरोजगार युवा परेशान हैं औऱ रोजगार के लिए कई बार युवा धरना प्रदर्शन और हड़ताल कर चुके हैं. आलम ये है कि कई युवा अब विदेश में जाकर होटलों में नौकरी करने को मजबूर है ताकि आर्थिक स्तिथि ठीक हो सके और परिवार का पालन-पोषण हो सके.