धनोल्टी- पिछले कुछ सालों से देखा जा रहा है कि राज्य के पहाड़ी हिस्से में जरा सी बरसात भी पहाड़ों को घुटनों के बल बिठा दे रही है। आलम ये है कि मामूली बारिश से पहाड़ पुराने वक्त की तरह नहाते नहीं बल्कि धसक कर भरभरा जाते हैं मानो बीमार हो गए हों। मुमकिंन है कि विकास का स्टेरॉयड लेते-लेत सूबे के पहाड़ बीमार हो गए हों।
बहरहाल धनोल्टी विधानसभा क्षेत्र के थानसारी गांव में बीती रात की बारिश ने एक परिवार को मिनटों में बेघर कर दिया है। मानसून की पहली बारिश से भीगते थानसारी गांव के कौर सिंह अपने परिजनों के साथ घर में सोए हुए थे कि दीवार दरकने लगी और देखते ही देखते मकान भरभराकर गिर गया। परिवार के सदस्यों ने किसी तरह अपनी जान बचाई।
अब सड़क पर आ चुके इस परिवार के सामने सबसे बड़ी दिक्कत ये है कि उसकी माली हालत ऐसी नहीं कि अपने दम पर अपने लिए छत जुटा सके। ऐसे में जरूरत है सरकार की नजरे इनायत की ताकि कौर सिंह जल्द से जल्द अपने घर में परिजनों के साथ भोजन का कौर ग्रहण कर सके।
बहरहाल असल बात ये है कि आपदा प्रबंधन के प्रशिक्षण पर करोड़ों खर्च कर चुके राज्य में खबर लिखे जाने तक कोई भी सरकारी कारिंदा बारिश के कहर से बेघर हुए कौर सिंह की सुध लेने नहीं आया। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार के मुलाजिम सरकार के हुक्म पर सलीके से तामील ठोकते हैं।