पुलवामा आतंकी हमले के बाद जहां देश में तनाव का माहौल पैदा हो गया था. तो वहीं इस दौरान देश के शिक्षक संस्थानों में पढ़ाई कर रहे कश्मीरी युवकों द्वारा सोशल मीडिया पर शहीदों का अपमान किया गया जिससे बवाल खड़ा हुआ. जिसका खामियाजा कई भोले भाले कश्मीरियों को भी भुगतना पड़ा. लेकिन वहीं कश्मीरियों ने देश भक्ति दिखाते हुए देशप्रेम का जज्बा दिखाया औऱ आतंक के मुंह पर करारा तमाचा मारा.
150 से ज्यादा युवा देश की रक्षा के लिए सेना में भर्ती हुए
वहीं कश्मीरियों की उपेक्षा करने वालों को और आतंकियों को जम्मू कश्मीर के युवाओं ने मूंह तोड़ जवाब दिया है. जी हां जम्मू कश्मीर के 150 से ज्यादा युवा देश की रक्षा के लिए सेना में भर्ती हो गए हैं. जी हां कश्मीर के युवाओं ने निर्भिक होकर सेना भर्ती में जाने का फैसला किया औऱ जम्मू कश्मीर लाइट इंफेंट्री में भर्ती हुए. श्रीनगर में शनिवार को 152 नए रंगरूटों की पासिंग आउट परेड का आयोजन किया गया.
युवाओं का और परिजनों का बयान
इनमें से कई युवाओं ने कहा कि वह हमेशा से सेना में भर्ती होकर देश की रक्षा करना चाहते थे जो सपना आज पूरा हो गया. वहीं कश्मीर निवासी ने कहा कि हम पुलवामा में रहते हैं और हमें कोई खतरा महसूस नहीं होता.
जनरल ऑफिसर कमांडिंग ने काह- बेटों को आतंकी बनने से रोके
सेना की 15वीं कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लन ने जवानों के अभिभावकों से अपील की कि वे अपने बच्चों को आतंकी संगठनों में शामिल होने से रोकें. उन्होंने कहा कि तहे दिल से, मैं व्यक्तिगत तौर पर कश्मीर की सभी मांओं से आग्रह करता हूं कि वे अपने बच्चों को आतंकी बनने से रोकें और गुमराह हो चुके बच्चों को वापस लाएं. मैं आपको उनकी सुरक्षा, संरक्षा और मुख्याधारा में उनको 100 फीसदी शामिल किए जाने की गारंटी देता हूं.’
आपको बता दें इस पासिंग आउट परेड में करीब 600 अभिभावक और जवानों के रिश्तेदारों ने हिस्सा लिया. इसके अलावा सेना के कई अधिकारी और प्रशासनिक अधिकारी भी इस समारोह में शामिल हुए.