नववर्ष के पहले दिन से ही सूबे में बदरा मेहरबान हैं। पिछले पांच दिन से बारिश-बर्फबारी का क्रम जारी रहने से चोटियां बर्फ की सफेद चादर ओढ़े हुए हैं। चारधाम बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री के साथ ही चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी, पौड़ी और उत्तरकाशी जनपदों में कई चोटियों पर ठीकठाक हिमपात हुआ। पहाड़ों की रानी मसूरी में भी एक बार फिर बर्फबारी हुई। उत्तरकाशी समेत कुछ स्थानों पर कहीं हल्की तो कहीं जोरदार बारिश हुई। कुमाऊं मंडल को लें तो पिथौरागढ़ जिले के उच्च हिमालय क्षेत्र में जोरदार हिमपात हुआ। कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग कई फिट बर्फ से ढक चुका है। गुंजी, मिलम, कालापानी, नाबीढांग, छियालेख सहित अन्य स्थानों पर हिमपात हुआ। बर्फबारी और बारिश ने सूबे में पारे को और नीचे लुढ़का दिया है। उस पर सर्द हवा के पहरे ने दिक्कतें ज्यादा बढ़ा दी हैं। कड़ाके की सर्दी के चलते जनजीवन प्रभावित हुआ है। उत्तरकाशी में भारी हिमपात के चलते गंगोत्री राजमार्ग, धरासू-बड़कोट समेत 11 मार्ग बर्फबारी के कारण बंद हो गए हैं। यही नहीं, चंबा-मसूरी मार्ग पांच दिन बाद भी नहीं खुल पाया है। ऐसे में लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।