रूद्रप्रयाग – केदारनाथ में आपदा के बाद यही आशंका जताई जा रही थी की यात्रा में जरुर प्रभाव पड़ेगा और श्रद्धालुओं की संख्या में प्रभाव पड़ेगा लेकिन इस बार की यात्रा में जमकर संख्या में इजाफा हुआ साथ ही इनकन में भी. बद्रीकेदार मंदिर समिति की आय में भी काफी इजाफा हुआ हैं. इस बार केदारनाथ यात्रा के सभी रिकार्ड टूट जायेगें. आपको बता दें 10 करोड़ रूपये मंदिर समिति के खाते में अभी तक जमा हो चुके हैं. इस इनकम को देखकर जिला प्रशासन से लेकर मंदिर समिति के कर्मचारी व अधिकारी काफी खुश है.
इतिहास में पहली बार एक माह में तीर्थयात्रियों की संख्या पांच लाख पार हुई
केदारनाथ यात्रा के इतिहास में पहली बार एक माह में तीर्थयात्रियों की संख्या पांच लाख पार हुई. जबकि अभी तीन माह की यात्रा होनी बाकी है. इससे पहले पूरे सीजन में पांच लाख तीर्थयात्री भी केदारनाथ नहीं पहुंचते थे. आपदा के बाद पहली बार यात्रा में अभूतपूर्व तेजी देखने को मिल रही है. इसका असर यह रहा कि स्थानीय लोगों के साथ केदारनाथ में हर प्रकार की सुविधा व व्यवस्थाओं में सुधार व स्थानीय लोगों का रोजगार पटरी पर लौट आया है.
महज 136 दिनों में ही तीर्थयात्रियों की संख्या 6 लाख पचास हजार को पार कर चुकी है
ग्यारहवें ज्योतिर्लिंग भगवान केदारनाथ की यात्रा इस साल ऐतिहासिक होने जा रही है. महज 136 दिनों में ही तीर्थयात्रियों की संख्या 6 लाख पचास हजार को पार कर चुकी है. आज की तिथि तक केदारनाथ में 6 लाख 40 हजार 622 तीर्थयात्री दर्शन कर चुके हैं.
2017 का आकड़ा देखे तो इतने ही दिनों में तीन लाख नौ हजार 7 सौ यात्री केदारनाथ पहुंचे थे
पिछले वर्ष 2017 का आकड़ा देखे तो इतने ही दिनों में तीन लाख नौ हजार 7 सौ यात्री केदारनाथ पहुंचे थे. अभी तक पिछले साल की अपेक्षा करीब 3 लाख यात्री अधिक पहुंचे हैं. इससे पिछले साल 2016 में दो लाख 92 हजार यात्री आज दिन तक केदारनाथ पहुंचे थे. पिछले वर्ष पूरे सीजन में 4.71 लाख तीर्थयात्री ही बाबा केदार के दर्शन के लिए पहुंचे थे. इस वर्ष केदारनाथ यात्रा शुरू होने के पहले दिन से ही तीर्थयात्रियों का हुजूम उमड़ रहा है।
इतिहास में पहली बार कपाट खुलने के अवसर पर 25 हजार से अधिक तीर्थयात्री केदारनाथ पहुंचे थे। अभी तक औसत पन्द्रह हजार तीर्थयात्री हर रोज केदारनाथ पहुंच रहे हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि यात्रियों की संख्या इसी अनुपात में बढ़ेगी। आने वाले समय में तीर्थयात्रियों की संख्या मौसम पर भी निर्भर करेगी।