संवाददाता। बिहार के बाहुबली नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन की जमानत सुप्रीम कोर्ट ने रद्द कर दी है। अब मोहम्मद शहाबुद्दीन को दोबारा से जेल जाना होगा। शहाबुद्दीन को 10 सितंबर को जमानत पर जेल से रिहा कर दिया गया था। वह 11 साल बाद जेल से बाहर आया था। वह राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के करीबी है। शुरुआत से ही वह लालू के साथ रहा। शहाबुद्दीन ने 1990 में लालू यादव की सरपरस्ती में राजनीति में कदम रखा। 1986 से ही शहाबुद्दीन अपराध की दुनिया में शामिल हो चुका था, वह तब सिर्फ 19 साल का था। लालू प्रसाद यादव के साथ मिलकर शहाबुद्दीन ने मुस्लिम-यादव वोटरों पर पकड़ बनाई जिसकी बदौलत 1991 के लोकसभा चुनावों में जनता दल को बड़ी जीत हासिल हुई। जॉर्ज फर्नांडीज और शरद यादव जैसे नेताओं के विरोध के बावजूद शहाबुद्दीन लालू के लिए एक महत्वपूर्ण मुस्लिम नेता बन चुका था। शहाबुद्दीन ने पहले आरजेडी की युवा इकाई की सदस्यता ली और लगातार दो विधानसभा चुनाव जीते। महत्वाकांक्षी शहाबुद्दीन ने 1996 में पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। शहाबुद्दीन ने 2004 का चुनाव जीतने तक जनता दल और आरजेडी का चार बार प्रतिनिधित्व किया।
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