रामनगर- टाइगर लिए मशहूर कार्बेट नेशनल पार्क के प्रस्ताव को अगर मंजूरी मिली तो आने वाले वक्त में बाघ देखने की हसरत लिए कार्बेट पार्क आने वाले वन्य जीव प्रेमियों को निराश नहीं होना पड़ेगा। पार्क में उन्हें बाघ हर हाल में दिखाई देगा। इसके लिए पार्क प्रशासन ने एक नया प्लान बनाया है।
जिसके तहत पर्यटकों की मुराद पूरी करने के लिए कॉर्बेट प्रशासन ने स्पेशन जोन खोलने की कवायद शुरू कर दी है। सीमित दायरे के इस जोन में बाड़ा बनाकर बाघ व तेंदुआ रखा जाएगा। उसका पालन चिड़ियाघर की तर्ज पर होगा। इसका प्रस्ताव पार्क प्रशासन ने मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक को भेजा है।
पार्क के भीतर स्पेशल जोन के लिए पार्क प्रशासन ने जगह भी चिह्नित कर ली है। करीब 40 वर्ग किलोमीटर में बनाए जाने वाले इस जोन में घायल या बीमार हालत में रेस्क्यू किए गए बाघ व गुलदारों को रखा जाएगा। इसके बाद पर्यटक बंद गाड़ी में सफारी कर बाघ व गुलदार को आसानी से निहार सकते हैं। बस कार्बेट नेशनल पार्क के प्रस्ताव पर मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक, सेंट्रल जू अथॉरिटी और राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण दिल्ली मुहर लगनी बाकी है।
कार्बेट टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक अमित वर्मा ने बताया कि मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक के बाद इस प्रस्ताव को सेंट्रल जू अथॉरिटी और राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण दिल्ली को भेजा जाएगा। अनुमति मिलने के बाद धरातल पर काम शुरू हो जाएगा।
वहीं उन्होने बताया कि तब पार्क के इस हिस्से को पूरे साल सैलानियों के लिए खुला रखा जाएगा। इसके अलावा कॉर्बेट के दूसरे पर्यटन जोनों की तरह इस स्पेशल जोन में भी जिप्सियों की भी कोई लिमिट तय नहीं होगी। हालांकि यहां घूमने के लिए समय तय किया जाएगा,ताकि सभी सैलानियों को बाघों को निहारने का मौका मिल सके।