राजपुर रोड स्थित ज्वेलरी शोरूम में दिनदहाड़े देहरादून की सबसे बड़ी डकैती को अंजाम दिया गया। घटना को आज 11 दिन बीत गए हैं। लेकिन देहरादून पुलिस के हाथ आज भी खाली हैं। वारदात को अंजाम देने वाले पांचो बदमाश पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।
11 दिन बाद भी देहरादून पुलिस के हाथ खाली
राज्य स्थापना दिवस के मौके पर देहरादून के रिलायंस शोरुम में लूट की वारदात को अंजाम देने वाले पांचो बदमाश 11 दिन बाद भी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़े हैं। जिसके बाद अब पुलिस महकमे पर सवाल उठने लगे हैं और सवाल उठना लाजमी भी है। बदमाशों ने वारदात को उस दिन अंजाम दिया था जिस दिन शहर छावनी में तब्दील था। ये दावा खुद देहरादून के SSP अजय सिंह ने किया था।
करोड़ों के जेवरात चुरा कर आरोपी फरार
दरअसल राज्य स्थापना दिवस पर राष्ट्रपति की दून में मौजूदगी के दौरान हथियार बंद बदमाशों ने राजपुर रोड स्थित रिलायंस के ज्वेलरी शोरूम में लूट की घटना को अंजाम दिया था। बदमाश शोरूम से करीब 14 करोड़ के ज्वेलरी लेकर फरार हो गए थे। डकैती दिनदहाड़े शहर के सबसे पॉश इलाके में डीजीपी दफ्तर से चंद कदमों की दूरी पर पड़ रही थी।
SSP ने किया था जल्द गिरफ्तारी का दावा
महज कुछ ही मिनटों में बदमाश वारदात को अंजाम देकर अपना माल समेट कर फरार हो गए। घटना का पता चलने के बाद पुलिस के हाथ-पांव फूल गए। एसएसपी अजय सिंह ने इस संबंध में ऐलान किया था कि इस चुनौती को स्वीकार किया जाएगा और जल्द ही लुटेरों को पकड़ा जाएगा। लेकिन आज भी पुलिस के हाथ बदमाश नहीं लग पाए हैं।
लूट में शामिल दो लुटेरों को कर चुकी है पुलिस चिन्हित
फिलहाल पुलिस ने वारदात में शामिल होने वाले दो लुटेरों को चिन्हित किया है लेकिन दून पुलिस उन लुटेरों तक फिलहाल अभी तक नहीं पहुंच पाई है। दोनों को पकड़ने की कोशिश जारी है। दोनों बदमाशों पर दो-दो लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया है। बताया जा रहा है कि दोनों बदमाशों के खिलाफ अलग-अलग राज्यों में कई मुकदमे दर्ज हैं।
फंडिंग करने वाले दो सहयोगी गिरफ्तार
हालांकि बदमाशों के दो सहयोगी अमृत और विशाल को देहरादून पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ के लिए रिमांड पर देहरादून ला चुकी है। पुलिस द्वारा दी जानकारी के मुताबिक ये दोनों युवक बदमाशों को फंडिंग करते थे। इसके साथ ही मोबाइल, वाहन सहित अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराते थे।
सवालों के घेरे में आई पुलिस की कार्यप्रणाली
राज्य स्थापना दिवस के मौके पर हुई ये बड़ी वारदात पुलिसिया इकबाल को खुली चुनौती है। शहर में देश की राष्ट्रपति मौजूद थीं। इसके साथ ही रात में गृह मंत्री अमित शाह ने भी पहुंचना था। पुलिस ने दावा किया था कि पूरे देहरादून में सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद है। इतनी सख्ती के बाद भी राजधानी देहरादून में इतनी बड़ी वारदात हो जाए तो पुलिस की कार्यप्रणाली सवालों में घेरे में आना लाजमी है।