मेरठ। नए मोटर व्हीकल एक्ट के तहत ट्रैफिक कांस्टेबल को जेई का चालान काटना चौकी और थाने के लिए महंगा पड़ गया। दरअसल पुलिस की इस कार्रवाई के बाद जेई सोमप्रकाश गर्ग ने तेजगढ़ी चौकी और मेडिकल थाने की बिजली कटवा दी।
हेलमेट न पहनने और पॉल्यूशन सर्टिफिकेट न दिखाने पर काटा चालान
दरअसल, गुरुवार को मेरठ के तेजगढ़ी चौराहे पर जेई सोम प्रकाश गर्ग बिना हेलमेट लगाए स्कूटी से जा रहे थे। तभी चौराहे पर तैनात हेड कांस्टेबल राजेश कुमार ने उन्हें रोका और गाड़ी के कागज दिखाने को कहा। जेई ने कहा कि वह भी सरकारी कर्मचारी हैं और इमरजेंसी में जा रहे हैं. जेई ने अपनी ड्राइविंग लाइसेंस और आरसी दिखाई। लेकिन उन्होंने हेलमेट नहीं पहना था और न ही स्कूटी का पॉल्यूशन सर्टिफिकेट था।। बस फिर क्या था ट्रैफिक कांस्टेबल ने उनका चालान काट दिया।जिसके बाद एचसीपी ने हेलमेट न लगाने और पॉल्यूशन सर्टिफिकेट न दिखाने संबंधी चालान काट दिया। दोनों का शुल्क भी तीन हजार रुपया बताया गया। इस पर जेई नाराज हो गए। जिसके बाद जेई ने फोन करके लाइनमैन को बुला लिया। जिससे नाराज जेई ने थाने और चौकी की बिजली कटवा दी।
जेई की स्कूटी का चालान काटने के बदले बिजली काटने की बात सामने आई
वहीं जेई के लाइनमैन को फोन करने का वीडियो भी वायरल हो रहा है. बिजली कटने पर चौकी और थाने के पंखे, एसी और कंप्यूटर बंद हो गए। इंस्पेक्टर मेडिकल ने पता किया तो जेई की स्कूटी का चालान काटने के बदले बिजली काटने की बात सामने आई। इंस्पेक्टर ने पावर कारपोरेशन के उच्चाधिकारियों से संपर्क कर बिजली जुड़वाने की गुहार लगाई। देरशाम चौकी व थाने की बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई। इंस्पेक्टर के अनुसार पिछले महीने का थाने का 27 हजार रुपए बकाया था।
अधीक्षण अभियंता एके पाठक ने बताया कि जेई ने बकाया बिल होने पर मेडिकल थाने और तेजगढ़ी चौकी की बिजली कटवा दी थी। उच्चाधिकारियों से बातचीत और बकाया जमा करने के आश्वासन पर कनेक्शन जुड़वा दिया गया। चालान काटे जाने के विरोध में बिजली काटने की जांच कराई जाएगी।