मुंबई- वानखेड़े स्टेडियम के मिथक को भी विराट कोहली एंड कंपनी ने तोड़ कर रख दिया। दरअसल वानखेड़े स्टेडियम में हुए मैचों में भारत को बहुत कम मैचों मे जीत नसीब हुई है । बहरहाल विराट की टीम ने इंगलैंड के साथ 5 टेस्ट मैचों की सीरिज में 3 मैचों में लगातार जीत दर्ज कर अब ब्रितानी टीम को घुटनों के बल बैठने को मजबूर कर दिया है। मुंबई रे वानखेड़े स्टेडियम में हुए टेस्ट मैच को भारतीय टीम ने एक पारी और 36 रन से जीत लिया। विराट ने इस मैच मे जहां दोहरा शतक जड़कर मैन ऑफ द मैच के हकदार बने वहीं जयंत यादव ने अपने चयन को सही साबित करते हुए नवें नंबर पर उतर कर 204 गेदों का सामना कर 104 रन ठोक कर भारतीय किक्रेट इतिहास के लिए नया कीर्तिमान रच दिया। अश्विन राम चंद्रन ने एक बार फिर अंग्रेजों को अपनी फिरकी के जाल में फंसाया और दोनो पारियों में 12 विकेट चटका दिए।
बहरहाल राजकोट में पहला मैच ड्रा खेलने के बाद विराट कंपनी विराट जीत की ओर चल पड़ी। दूसरा,तीसरा और चौथे टेस्ट में इंगलैंड को जीत का स्वाद चखने से महरूम ही रखा। इस सीरिज मे अब तक विराट एंड कंपनी ने शानदार खेल दिखाया। पूरी तरह टीम वर्क जिसे कहते हैं वो भारतीय क्रिकेट टीम ने दिखाया। अंग्रेज टीम को विशाखापत्तनम से धूल चटाने का जो सफर विराट की टीम ने किया वो वानखे़ेड़े स्टेडियम तक जारी रहा। राजकोट के पहले ड्रा मैच को छोड़ दिया जाए तो अब उम्मीद है कि 16 दिसंबर को चेन्नई के चिदांबरम स्टेडियम में विराट एंड कंपनी क्लीनस्वीप करके ही मानेगी क्योंकि टीम के लगातार तीन मैच जीतने के बाद हौंसले बुलंद हैं।
बहरहाल वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए चौथे टेस्ट की बात करें तो भारतीय टीम ने हर क्षेत्र में अंग्रेजी टीम को बांध कर रखा और एकबार भी शिकार को करवट बदलने का मौका नहीं दिया। टीम के कप्तान विराट कोहली ने जहां वानखेड़े स्टेडियम में एक बार फिर कप्तानी वाली पारी खेल कर दोहरा शतक जमाया। विराट ने वानखेड़े में 340 गेंदों का सामना किया, एक छक्के और 25 चौकों के साथ 235 रन कूट डाले। वहीं भारतीय टीम के नए उभरते हुए सितारे केदार जादव ने भी नौवें नंबर पर पिच में उतरकर अपने चयन को सही साबित किया। अब तक हुए मैचों में अश्विन रामचंद्रन, जड़ेजा, और कप्तान विराट का खेल दर्शनीय रहा।