पुराणों में जगन्नाथ पुरी को धरती का बैकुंठ कहा गया है। वही इस मंदिर की कुछ ऐसी चमत्कारी बाते है जिनपर आपको विश्वास नहीं होगा लेकिन ये बाते सच है। जगन्नाथ मंदिर के शिखर पर स्थित झंडा हमेशा हवा की विपरीत दिशा में लहराता है। इसी तरह मंदिर के शिखर पर एक सुदर्शन चक्र भी है, इस चक्र को किसी भी दिशा से खड़े होकर देखने पर ऐसा लगता है कि चक्र का मुंह आपकी तरफ है। मंदिर की रसोई में प्रसाद पकाने के लिए 7 बर्तन एक दूसरे के ऊपर रखे जाते हैं यह प्रसाद मिट्टी के बर्तनों में लकड़ी पर ही पकाया जाता है, इस दौरान सबसे ऊपर रखे बर्तन का पकवान पहले पकता है फिर नीचे की तरफ से एक के बाद एक प्रसाद पकता जाता है, मंदिर में हर दिन बनने वाला प्रसाद भक्तों के लिए कभी कम नहीं पड़ता, साथ ही मंदिर के पट बंद होते ही प्रसाद भी खत्म हो जाता है, वही एक पुजारी मंदिर के 45 मंजिला शिखर पर स्थित झंडे को रोज बदलता है, मान्यता है कि अगर एक दिन भी झंडा नहीं बदला गया तो मंदिर 18 वर्षों के लिए बंद हो जाएगा।