रुड़की- भले ही सरकार दावे करती हो कि हर गाँव को डिजिटल बना दिया गया है लेकिन अगर गौर से देखें तो बहुत से गाँव ऐसे है जहाँ आज भी शौचालयों के नाम पर घोटाले सामने आ रहे है। ताज़ा मामला हरिद्वार जिले में स्थित ठसका गांव में सामने आया है. जहां पर 2016 की योजना के अंतर्गत बनाये गए शौचालय अधूरे पड़े हुए है.
दो दर्जन से अधिक शौचालयों पर किवाड़ नही लगवाए
ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान पर आरोप लगाया कि गाँव मे बने दो दर्जन से अधिक शौचालयों पर किवाड़ नही लगवाए गए जबकि सरकार की तरफ से ग्राम प्रधान के खाते में शौचालयों के निर्माण के पूरे पैसे आ चुके है हालांकि दो वर्षों में इन शौचालयों का निर्माण तो प्रधान ने करवा दिया पर उन पर अभी तक दरवाज़े नही लगाए गए.
गांव के कुछ लोग विकास कार्यो में अड़चन पैदा करने का काम कर रहे-ग्राम प्रधान
वहीं ग्राम प्रधान ने सभी आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि गांव में कुछ लोग ऐसे है जो गाँव के विकास कार्यो में अड़चन पैदा करने का काम करते हैं और वही आरोप लगाने का काम करते है। हम अपना काम कर रहे हैं और गांव के ही दो चार लोग उसमें रोड़ा बनने का काम कर रहे हैं जबकि पूरा गांव हमारे साथ है। उन्होंने बताया कि कुछ शौचालय पूरी तरह से तैयार है लेकिन ठेकेदार की गलती से अभी कुछ शौचालयों पर दरवाजे नहीं चढ़ पाए हैं. साथ ही प्रधान ने दस से पन्द्रह दिनों में यह कार्य पूरा हो जाने का दावा किया.