हल्दवानी का बनभूलपुरा क्या दूसरा शाहीन बाग बन गया है? ये सवाल इसलिए क्योंकि कई इलेक्ट्रानिक मीडिया न्यूज चैनल्स और न्यूज वेबसाइट्स में बनभूलपुरा को दूसरा शाहीन बाग बताकर खबरें चलाई जा रहीं हैं।
आजतक ने अपने डिजिटल प्लेटफार्म पर खबर का जो शीर्षक लिखा है वो कुछ इस तरह है – मस्जिद-मंदिर-स्कूल और 4365 घर… सब होंगे खाली…. हल्द्वानी में ‘शाहीन बाग’ जैसा विरोध क्यों?
हल्दवानी को लेकर शाहीन बाग की संज्ञा देने के मामले कई न्यूज पोर्टल खबरें छाप रहें हैं।
नवभारत टाइम्स ने भी कुछ इसी तरह की हेडिंग का इस्तमाल किया है
कई न्यूज चैनल भी हल्दवानी को शाहीन बाग के तौर पर देख रहें हैं. रिपब्लिक टीवी लिखता है – हल्दवानी में शाहीन बाग मॉडल
वहीं इंडिया टीवी ने भी कुछ ऐसा ही लिखा है
एबीपी गंगा ने भी हल्दवानी को शाहीन बाग से जोड़ा है