देहरादून। उत्तराखंड के आईएएस अफसरों के सामने आखिरकार मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को हार माननी पड़ी है। यही वजह है कि मुख्यमंत्री को अपने दो अपर सचिव रैंक के अधिकारियों के पदों में बदलाव करना पड़ा है। दरअसल हाल ही में शासन स्तर पर हुए फेरबदल में ललित मोहन रयाल और मेहरबान सिंह बिष्ट को अपर सचिव, मुख्यमंत्री के पद पर तैनाती दी गई थी। इन दोनों की नियुक्ति के तुरंत बाद ही राज्य में तैनात वरिष्ठ आईएएस अफसरों ने इन दोनों की नियुक्ति पर आपत्ति जताई थी। अधिकारियों ने दोनों को वरिष्ठता क्रम में कम बताते हुए अपर सचिव पद पर तैनाती को गलत बताया था। नियमों के तहत भी ये तैनाती गलत थी। लगातार पनपते विरोध में आखिरकार मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को अपना फैसला बदलना पड़ गया। इसके बाद इन दोनों को अपर सचिव के पद से हटाकर संयुक्त सचिव, मुख्यमंत्री के पद पर तैनाती दी गई है। फिलहाल शासन के गलियारों में इन तैनातियों को लेकर चर्चाएं खूब हो रही हैं।