देहरादून: देहरादून में एक इंटरनेशनल ठग पकड़ा गया है। पुलिस ने देहरादून के एक युवक से 41 लाख रुपये की ठगी को अंजाम दिया था। इसी तरह की ठगी में वो आस्ट्रेलिया की जेल में भी बंद रह चुका है। पुलिस के अलावा एलआईयू और आईबी ठगी के आपराधिक इतिहास को खंगाल रहे हैं। ऑस्ट्रेलियन एंबेसी को सूचना दी गई है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पटना की बिस्कोमाॅन काॅलोनी निवासी भव्य जो, वर्तमान में जंगल व्यू रिट्रीट देहरादून में रहते हैं। उन्होंने शनिवार को को राजपुर थाने में शिकायत की थी कि आस्ट्रेेलियन नागरिक जाकिउल्लाह जाहिराहमद पारकर उर्फ जैक पारकर को उनकी साली 2015 से जानती है। उसी के माध्यम से भव्य जैन की मुलाकात जैक पारकर से हुई थी।
कुछ माह पहले जैक ने भव्य को अपनी कंपनी बुलियन बैट्स में जॉब का ऑफर दिया था। तय रकम लेकर भव्य को ऑस्ट्रेलियाई कंपनी नैक्सिया कॉरपोरेशन के लैटर हेड और अन्य पेपर भी भेजे गए। इन दोनों कंपनी में सैलरी का पूरा ब्योरा दिया था। आरोपी ठग जैक ने नौकरी लगाने के एवज में रकम भारत में उसे देने की बात कही। भव्य ने अपने डॉक्यूमेंट के साथ ही उसे 27 लाख रुपये और साली ने 14 लाख रुपये दिए। जैक ने यह रकम शुभम मीर शर्मा नाम के व्यक्ति के तीन बैंक खातों में जमा कराई। शनिवार को पता लगा कि जिन खातों में रकम डाली गई वह फर्जी हैं और बुलियन बैट्स कंपनी 2015 में बंद हो चुकी है।
अमर उजाला के अनुसार आरोपी जाकिउल्लाह जाहिराहमद पारकर उर्फ जैक पारकर ने ही शुभम मीर शर्मा के नाम से फर्जी खाते खुलवाए हुए हैं। इसी नाम से उसने आधार व पैन कार्ड आदि भी बना रखे हैं। राजपुर थानाध्यक्ष अशोक राठौर ने इसकी सूचना डीआईजी अरुण मोहन जोशी समेत अन्य अधिकारियों को दी। जिस पर एसपी सिटी श्वेता चैबे और सीओ डालनवाला की देखरेख में थानाध्यक्ष राजपुर के नेतृत्व में टीम गठित की गई। पुलिस ने रविवार को आरोपी को मसूरी रोड से गिरफ्तार कर लिया।