काशीपुर : इस बात से सब वाकिफ हैं कि कांग्रेस के अंदर भीतरी कलह चल रही है जो की भाजपा और प्रदेश की जनता से छुपी नहीं है। पार्टी का आंतरिक गतिरोध खुल कर सामने आ चुका है। कांग्रेस के नई प्रदेश कार्यकारिणी सूची जारी होने के बाद से ही एक बार फिर से कांग्रेस में घमासान मच गया है। धामी ने साफ तौर पर कार्यकारिणी की सदस्यता से इस्तीफा देने का ऐलान किया औऱ इससे पहले कांग्रेस छोड़कर निर्दलीय चुनाव लड़ने की बात कही वो इसलिए क्योंकि वो हरीश रावत की पार्टी की अनदेखी से नाराज थे.
धामी इस्तीफे के ऐलान के बाद इंदिरा का हमला
धामी हरीश रावत को अपना गुरु मानते हैं और इसी के चलते पार्टी द्वारा उनकी अनदेखी हरीश धामी को नहीं आई औऱ उन्होंने इस्तीफे के ऐलान के बाद इंदिरा पर भी जुबानी हमला किया। वहीं अब हरीश धामी को इंदिर ने जवाब देेते हुए एक बार फिर से हरीश धामी पर हमला किया। कभी नेता प्रतिपक्ष अपने ही पार्टी के विधायक पर तंज सकती नजर आती है तो कहीं अपने ही पार्टी के दिग्गज नेता हरीश रावत की अनदेखी से विधायक अपनी ही पार्टी को घेरते नजर आते हैं।
कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में जाने वालों का कभी भी भला नहीं हो सकता है-इंदिरा
वहीं एक बार फिर नाराज इंदिरा ने सख्त रुख अख्तियार किया। दरअसल नेता प्रतिपक्ष गुरुवार को काशीपुर में पुस्तक विमोचन के कार्यक्रम में पहुंचीं थीं। जहां उन्होंने कहा कि अगर किसी को कोई समस्या है पार्टी फोरम में रख सकता है। उस पर विचार-विमर्श किया जाएगा। कांग्रेस विधायक हरीश धामी का सीधे नाम न लेते हुए उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में जाने वालों का कभी भी भला नहीं हो सकता है। यहीन न हो तो चैम्पियन की स्थिति देख लीजिए।
नई कार्यकारिणी के बाद सामने आ चुका है गतिरोध
बुधवार को इस बात को लेकर चर्चा तेज रही कि धारचूला विधायक हरीश धामी ने देहरादून में भाजपा नेताओं से मुलाकात की है। इस खबर ने सूबे में सियासी राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ा दी हैं। इसको लेकर कांग्रेस पार्टी में भी दो फाड़ देखने का मिल रहा है। पूर्व सीएम हरीश रावत गुट से जुड़े हरीश धामी और पार्टी के प्रदेशस्तरीय नेताओं के बीच का मनमुटाव खुलकर सामने आ चुका है। नेता प्रतिपक्ष ने पूरे विवाद पर कहा कि लिस्ट दिल्ली से मुहर लगने के बाद जारी की गई है। जिसको लेकर विधायक को समझा लिया गया है।