हल्द्वानी : उत्तराखंड विधानसभा का सत्र 23 सितंबर से 25 सितंबर तक आहुत किया गया है, लेकिन अब तक यह तय नहीं है कि सत्र कैसे होगा। विधानसभा में होगा या फिर वर्चुल कराया जाएगा। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने कहा कि 20 सितंबर को कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में तय किया जाएगा कि विधानसभा सत्र वर्चुअल चलाया जाएगा या फिर सीधे होगा।
उन्होंने कहा कि सत्र कैसे भी चले, विपक्ष कोरोना महामारी में सरकार की व्यवस्था, बेरोजगारी, महंगाई और कर्मचारियों के वेतन के लाले समेत तमाम महत्वपूर्ण मुद्दों पर सरकार से जवाब मांगेगी और सड़क से लेकर सदन तक इस सरकार की नीतियों का विरोध होगा।
इंदिरा हृदयेश ने कहा कि जनहित के मुद्दों को को लेकर सड़क पर भी उतरा जाएगा और हम सदन में भी सरकार को घेरेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य के हालात दिन-प्रतिदिन खराब होते जा रहे हैं। अर्थव्यवस्था से लेकर नौकरी और बेरोजगारी का बड़ा संकट है। आरोप लगाया कि त्रिवेंद्र सरकार कोविड-19 दौर में रोजगार देने में नाकाम साबित रही है।