हरीश रावत की पोस्ट
पिछले चार दिन से भारत का मीडिया पूर्णत: मोदीमय नजर आ रहा है, भाजपाई रंग में रंगा हुआ नजर आ रहा है। ऐसा लगता है कि देश में और कोई घटना या और कोई कार्यक्रम हो ही नहीं रहा है, जिसको मीडिया को देश के लोगों के सामने परोसना चाहिए। ये सब प्रायोजित है या सरकार के दबाव का परिणाम है या मीडिया का मोदी प्रेम है, जो कुछ भी है अति सर्वत्र वर्जयते। चुनाव आयोग को इस अति का का संज्ञान लेना चाहिए। चैनल और समाचार पत्र समाचार नहीं दिखा रहे हैं बल्कि मोदी जी की जीवन गाथा का बखान कर रहे हैं। कैसे, कहां, किस ओर वो चले, कैसे पहुँचे, कैसे आगे बढ़े और यहां तक की छोटी-छोटी घटनाओं को भी समाचार के रूप में परोसा जा रहा है ताकि मीडिया निरंतर मोदीमय बना रहे। यह लेवल प्लेइंग फील्ड नहीं है, चुनाव आयोग को लेवल प्लेइंग फील्ड सुनिश्चित करना चाहिए, इसी में चुनाव प्रक्रिया की निष्पक्षता निर्भर होगी।