वहीं साल 2017 में बनी मतदाता सूची में मतादाताओं की तादाद बढ़कर 7495672 हो गई है। जिनमें महिला वोटरों की संख्या 3572029 है जबकि पुरुष मतदाताओं की तादाद 39 लाख 23 हजार 492 हो गई है। यानि कुल मतदाताओं की तादाद मे पिछले साल के मुकाबले एक लाख 77 हजार 447 वोटर का इजाफा हुआ है।
राज्य में पिछले पांच साल के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो साल 2013 में कुल 6559869 वोटर थे जिनमें पुरुष-3437249 जबकि महिला वोटर की तादाद 31 लाख 22 हजार 620 थी। वहीं साल 2014 में वोटरों की तादाद 6786394 हुई। तब राज्य में महिला वोटरो की संख्या बढ़कर 3223672 हुई जबकि पुरूष मतदाताओं की तादद भी 35 लाख के पार पहुंची। यानि साल 2014 में राज्य में 35लाख62 हजार 722 पुरूष मतदाता दर्ज किए गए।
वहीं साल 2015 में राज्य में मतदाताओं की तादाद ने 72 लाख के आंकड़े को पार किया। उस साल कुल 72 लाख 48 हजार 891 वोटर में से पुरूष मतदाताओँ की संख्या 3794194 रही जबकि महिला वोटर की तादाद 3454563 दर्ज की गई।
वही पिछले साल यानि 2016 राज्य निर्वाचन ने जो मतदाताओं के आंकड़े जारी किए उनके मुताबिक राज्य में कुल 7318225 मतदाता थे। जिनमें पुरुष की संख्या 3834464 थी जबकि महिला वोटर की संख्या 3483629 थी। वहीं इस साल 2017 में अभी तक बूथो से जो आंकड़े निर्वाचन आयोग के पास पहुंचे है उसके हिसाब से राज्य में कुल-74लाख95 हजार 672 मतदाता दर्ज किए गए हैं।
इस साल अभी तक निर्वाचन आयोग के पास 7495672 मतदाता दर्ज हुए हैं। हालांकि इन आंकड़ों के अभी घटने बढ़ने की पूरी संभावना है। दरअसल निर्वाचन आयोग द्वारा आज जारी किए गए निर्वाचन नियमावली का कार्यक्रम के तहत 15 जनवरी 2018 को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन होगा। लिहाजा इस बीच 18 साल की उम्र पूरी करने वाले कई नए मतदाताओं के नाम भी दर्ज होंगे।
बहरहाल राज्य की मुख्य निर्वाचन अधिकारी राधा रतूड़ी ने आज जो निर्वाचन आयोग द्वारा जारी किया निर्वाचन नियमावली का कार्यक्रम को मीडिया के सामने रखा। उसके मुताबिक निर्वाचन नामावलियों में जनवरी माह तक संसोधन जारी रहने की संभावना है।
एक नजर जारी कार्यक्रम पर
- 10 अक्टूबर को राज्य के समस्त 10870 मतदेय स्थलों, उप जिलाधिकारी/ तहसील तथा जिला निर्वाचन कार्यलय पर आलेख्य प्रकाशन
- 10 अक्टूबर से 10 नवम्बर तक प्रारूप 6,7,8 क पर दावे/आपत्तियां प्रस्तुत करने की अवधि
- 17 और 24 अक्टूबर को नामों का सत्यापन
- 22 अक्टूबर व 4 नवम्बर दावे/ अप्पत्तिया राजनैतिक दलों के बूथ लेवल एजेंटों के साथ विशेष अभियान
- 30 नवम्बर तक ERO के द्वारा दावे/आपत्तियों का निस्तारण
- 10 जनवरी तक दावे/आपत्तियों की डाटा एंट्री
- 15 जनवरी निर्वाचन नामावली का अंतिम प्रकाशन।