हरिद्वार- हरिद्वार के व्यापारी सरकार के फैसले से बेहद नाराज है। नाराजगी जताने और अपनी बात सरकार तक पहुचाने के लिए हरिद्वार के व्यापारियों ने कैंडल मार्च और मसाल जुलूस निकाला। दरअसल व्यापारी कतई नहीं चाहते कि हरिद्वार के बस अड्डे को कहीं दूसरी जगह शिफ्ट किया जाए।
जबकि नगर निगम और राज्य सरकार के लिए हरिद्वार बस अड्डा चाहती है कि बस अड्डा शिफ्ट किया जाए और उसे नयी जगह पर भव्यरूप दिया जाए। दोनों के लिए बस अड्डा ड्रीम प्रोजेक्ट है लेकिन हरिद्वार के व्यापारियों के लिए रोजगार का बड़ा साधन लिहाजा उनकी नाराजगी अब सड़कों पर दिखाई देने लगी है।
इधर नगर निगम के चुनावों को देखते हुए सियासत भी व्यापारियों के साथ आ खड़ी हुई है। ताजा हाल ये हैं कि बस अड्डा शिफ्ट करने को लेकर हो रहे विरोध में भाजपाई और कांग्रेसी दोनो एक साथ कारोबारियों के साथ कांधे से कांधे मिलाए दिखाई दे रहे हैं।
व्यापारियों का साफ कहना था कि वे किसी भी सूरत में हरिद्वार बस स्टैंड को कही और शिफ्ट नहीं होने देगें। चाहे इसके लिए उन्हें किसी भी हद तक क्यों न जाना पड़े। वहीं कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि प्रदेश सरकार हरिद्वार की सांस्कृतिक पहचान को धूमिल करने का कार्य कर रही है। जिसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।