हरिद्वार : 2 जून 2010 को भारत नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल कानून अस्तित्व में आया था। उसके बाद से ही गंगा में गिर रहे नाले भी चर्चा में आये थे। हाल ही में बद्रीनाथ से हरिद्वार तक नालो को टैप कर उनका सीवर अब ट्रीटमेंट प्लांट के जरिये उसका शुद्धिकरण कर जैविक खेती में उपयोग किया जायगा।
एनजीटी ने हरिद्वार के सभी आश्रमों में शुद्धिकरण के लिए प्लांट लगाने के साथ-साथ उसकी फीस भी निर्धारित की थी। इसके लिए संतों ने राज्य सरकार से मांग की थी कि हमें इसमें छूट दी जाए।जिसको लेकर आज हरिद्वार के हरिराम आश्रम में संतों के साथ एक बैठक का आयोजन किया गया। मौके पर पहुंचे कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने संतों को बताया कि सरकार ने उनकी मांग मान ली है और अब जल्द ही इसका टैक्स संतो से नहीं लिया जाएगा। इसके साथ-साथ संतों ने बिजली के बिलों में भी संशोधन करने की बात कही।
इसमें कैबिनेट मंत्री ने कहा कि आश्रम में उपयोग की जाने वाली बिजली को घरेलू बिजली के माध्यम से ही बिल लिए जाएंगे और हाउस टैक्स में भी छूट का प्रस्ताव किया जायगा। इसी दौरान उन्होंने बैठक में कांग्रेस के खिलाफ बोल दिया जिसका विरोध मौके पर बैठे संत और पूर्व चैयरमेन नगरपालिका सतपाल ब्रह्मचारी ने विरोध किया। देखते देखते दोनों में तू तू में होने लगी। दोनों आपस में भीड़ गए।
कांग्रेस नेता बोले- झूठ मत बोलो मंत्री जी
मदन कौशिक कांग्रेस नेता पर बिफर पड़े और संत पर भी। कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक बोले कि हम कांग्रेस के पाप धो रहे हैं जिससे पूर्व चैयरमैने नगरपालिका यशपाल ब्रह्मचारी भड़क उठे। उन्होंने मंत्री को कहा कि तुम झूठ मत बोलो मंत्री। वहीं बात आगे बढ़ती देख संतों ने बात संभाल ली और कहा की ये राजनीती मंच नहीं है। इसी को लेकर हरिद्वार की कांग्रेसियों में रोष है। उनका कहना है कि उत्तराखंड में विकास की गंगा स्वर्गीय नारायण दत्त तिवारी के देन है और मंत्री इसका इसका झूठा श्रेय लेने की कोशिश कर रहे हैं।