देहरादून। लगता है उत्तराखंड के अधिकारी उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्रियों के द्धारा बुलाई गई बैठकों से कोई मतलब नहीं रखते हैं. जी हां ये हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि जिन अधिकारियों के जिम्मेदारी विभागीय योजनाओं को धरताल पर उतारने की है वह अधिकारी विभाग की समीक्षा बैठकों में कोई दिलचस्पी नहीं लेते हैं।
उत्तराखंड के दो कैबिनेट मंत्रियों के द्धारा आज सुमीक्षा बैठकें बुलाई गई थी और दोनों बैठकों में अधिकारियों की लापरवाही को लेकर मंत्रियों ने अधिकारियों को फटकार भी लगाई। पहले बात करते हैं कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज की. जो जलागम मंत्री के नाते जब विभागीय समीक्षा बैठक ले रहे थे तब उनके विभाग के अधिकारी उनकी समीक्षा बैठक के दौरान मोबाईल फोन में गेम खेलेते हुए और वाट्सप में चैट करते नजर आएं जिस पर कैबिनेट मंत्री ने अधिकारियों को फटकार लगाई।
यशपाल आर्य के विभाग के अधिकारी आधी अधूरी तैयारियों में पहुंचे
वहीं दूसरी तरफ सचिवालय में जब समाज कल्याण मंत्री यशपाल आर्य राज्य दिव्यांग कल्याण बोर्ड की बैठक ले रहे थे तो बैठक में आधी अधूरी तैयारियों के साथ बैठक में पहुंचे अधिकारियों पर यशपाल आर्य भड़क उठे। बैठक के बाद यशपाल आर्य ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अधिकरियों और जनप्रतिनिधिया के बीच तालमेल की कमी हैएजो कि सही नहीं ।